रांची : विधानसभा के मानसून सत्र के चौथे दिन भाजपा विधायकों ने विधानसभा के बाहर कई मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। भाजपा विधायकों ने राज्य में आदिवासियों की हत्या और बलात्कार के लिए राज्य सरकार को जिम्मेवार ठहराते हुए सीएम हेमंत सोरेन से इस्तीफा देने की मांग की। थर्ड और फोर्थ ग्रेड की नौकरियों को झारखंड के मूल निवासियों के लिए आरक्षित करने की मांग की। सुभाष मुंडा हत्याकांड की जांच, नियोजन नीति को स्पष्ट करने, झारखंड को सुखाड़ और अकाल क्षेत्र घोषित करने समेत कई मांग से संबंधित तख्तियां लेकर विधायक प्रदर्शन कर रहे थे।
बता दें कि सत्र के चौथे दिन सरकार सदन में नकल विरोधी बिल लाने वाली है, जिसको लेकर भाजपा के पार्टी सचेतक बिरंचि नारायण का कहना है कि सरकार डरी हुई है। ये सरकार नकल का विरोध करने के लिए बिल नहीं ला रही है बल्कि ज्यादा से ज्यादा नकल कराने के लिए बिल ला रही है।
उन्होंने कहा कि अंधेर नगरी चौपट राजा वाली कार्य सरकार कर रही है। जेपीएससी में एक ही सिरियल में 38 लोग पास हुए थे। क्या ये संभव हो सकता है। जब तक नकल नहीं होगा 1 से लेकर 38 लोग पास हो जाएगा। इस प्रकार से अगर फिर से होंगे तो कोई सवाल खड़ा करेगा तो 10 साल का सजा होगा। ये सरकार नकल रोकने के लिए नहीं नकल कराने के लिए बिल ला रही है। कैसे लोगों को शांत किया जाए उसके लिए बिल ला रही है। बीजेपी इस बिल का विरोध कर रही है। सरकार की मंशा सही नहीं है। हर कोई छात्र चाहता है कि परीक्षा सही तरीके से हो।