रांची: अमर बाउरी स्पीकर रबीन्द्रनाथ महतो द्वारा सदन की कार्यवाही के दौरान उनके द्वारा लाये गए कार्यस्थगन प्रस्ताव को ठुकराए जाने से काफी आहत थे. सदन के बाहर मीडियाकर्मियों से बात करते हुए अमर बाउरी ने स्पीकर रबीन्द्रनाथ महतो पर आरोपों की झड़ी लगाते हुए कहा कि एक दलित विधायक के साथ स्पीकर का ऐसा वर्ताव कहीं से भी उचित नहीं हैं. स्पीकर के इस बर्ताव के बाद सदन से बीजेपी के सभी विधायक वॉक आउट कर गए.
दलित विधायक होने के कारण की गई उपेक्षा-अमर बाउरी
सदन में स्पीकर द्वारा कार्यस्थगन प्रस्ताव ठुकराए जाने से आहत अमर बाउरी ने स्पीकर पर आरोप लगाते हुए रोते रहे. उन्होंने कहा कि शायद दलित होने के कारण उनकी उपेक्षा की गई. अमर बाउरी ने कहा कि मैं भी पूर्व मंत्री और कई बार विधायक रहा हूं. मेरी भी मर्यादा है मगर विधानसभाध्यक्ष ने जिस तरह से उनके साथ सलूक किया है वह उन्हें बहुत ही आहत किया है. उन्होंने स्पीकर पर कानून की अवहेलना करने का आरोप लगाते हुए इसे काला अध्याय बताया.
अमर बाउरी ने कहा कि मैं सुबह से कह रहा हूं कि मेरा कार्यस्थगन पढा जाय लेकिन स्पीकर नजरअंदाज करते रहे. स्पीकर के लिए सदन में सत्ता पक्ष और विपक्ष एक समान होता है. मगर नियमों का उल्लंघन स्पीकर करते रहे और जब हमने भोजनवकाश के बाद फिर स्पीकर से कहा तो वे मुझसे बुरा बर्ताव करते हुए कार्यस्थगन पढने से रोक दिया. दरअसल अमर बाउरी सदन में कल हुए लाठीचार्ज पर कार्यस्थगन प्रस्ताव लाना चाह रहे थे. सदन में जैसे ही इसे पढने के लिए उठे उन्हें रोक दिया गया. जिसके बाद सदन से बीजेपी विधायक उठकर बाहर निकल गए.