जमशेदपुर: एमजीएम सरकारी अस्पताल में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. एक गर्भवती महिला तड़पते रही और एंबुलेंस में परिजन डॉक्टरो से गुहार लगाते रहे पर किसी ने ध्यान नहीं दिया. अस्पताल में आए लोगों ने बताया कि आप विमल बैठा से संपर्क करें. परिजनों ने बिना देरी किए विमल बैठा को फोन किया. फोन करने के तुरंत बाद ही विमल बैठा एमजीएम अस्पताल पहुंचे. गर्भवती महिला की स्थिति बहुत ही गंभीर थी. परिजनों का कहना था एक घंटे से एम्बुलेंस में ही डिलीवरी स्थिति बनी हुई थी. विमल बैठा ने तुरंत अधीक्षक को फोन किया अधीक्षक ने कहा कि तुरंत मैं डॉक्टर भेज रहा हूं. फिर भी कोई नहीं पहुंचा उसके बाद विमल बैठा ने होमगार्ड और वहां मौजूद लोगों की मदद लेते हुए स्टेचर में लेटकर तुरंत प्रेगनेंसी वार्ड ले जाने का काम किया. इस भागा दौड़ी के दौरान गर्भवती महिला दो जुड़वा बच्चों को जन्म दे चुकी थी. उसके बाद उसे प्रेगनेंसी वार्ड में एडमिट कराया गया. पीड़ित महिला सरायकेला खरसावां का रहने वाला शत्रुघ्न सरदार की धर्मपत्नी रासमणि सरदार नुवा गांव की रहने वाली है.