Joharlive Desk
अगरतला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां कहा कि त्रिपुरा में भाजपा की अगुवाई वाली सरकार ने 30 साल से चल रहे भ्रष्टाचार, कमीशन और ‘हार्टल’ (बंद) संस्कृति को बदल दिया। दिल्ली से एक जनसभा को वर्चुअली संबोधित करते हुए, मोदी ने पिछली वाम मोर्चा सरकार का नाम लिए बिना कहा कि नए निवेश के साथ पिछले तीन वर्षो के दौरान ‘डबल इंजन’ सरकार (केंद्र और राज्य) उद्योग के बंद होने के पहले के परि²श्य को बदल रही है।
उन्होंने दावा किया कि राज्य सरकार के कर्मचारी जो पहले समय पर वेतन न मिलने से परेशान थे, उन्हें अब 7वें वेतन आयोग की सिफारिशों के अनुसार उच्च स्तर का वेतन मिल रहा है।
उन्होंने कहा, पहली बार, त्रिपुरा में न्यूनतम समर्थन मूल्य तय किया गया है, जहां किसानों को अपनी उपज बेचने के लिए कई समस्याओं का सामना करना पड़ता था। व्यापार करने में आसानी के वातावरण के साथ, मात्रा के संदर्भ में त्रिपुरा से निर्यात पांच गुना बढ़ गया है।
प्रधानमंत्री ने बताया कि पिछले छह वर्षो में, केंद्र ने त्रिपुरा के विकास के लिए हर आवश्यकता का ध्यान रखा है।
राज्य के लिए केंद्रीय आवंटन में महत्वपूर्ण वृद्धि का हवाला देते हुए, मोदी ने कहा कि त्रिपुरा को 2009-2014 के बीच केंद्रीय विकास योजनाओं के लिए 3,500 करोड़ रुपये मिले थे, जबकि 2014-2019 के बीच 12,000 करोड़ रुपये से अधिक प्रदान किए गए हैं।
मोदी ने कहा कि ‘डबल इंजन’ सरकार ने त्रिपुरा को बिजली की कमी वाले राज्य से बिजली अधिशेष में बदल दिया है।
उन्होंने राज्य में ‘डबल इंजन’ सरकार द्वारा लाए गए अन्य परिवर्तन को सूचीबद्ध किया, जैसे कि दो लाख ग्रामीण परिवारों को पीने के पानी से जोड़ना, 2.5 लाख मुफ्त गैस कनेक्शन प्रदान करना, त्रिपुरा के प्रत्येक गांव को खुले में शौच से मुक्त बनाना, 50,000 गर्भवती महिलाओं को इसका लाभ मिलना, मातृ वंदना योजना और 40,000 गरीब परिवारों को नए घर मिल रहे हैं।