लखनऊ : समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार को लोकसभा चुनाव के लिए सत्तारूढ़ दल के उम्मीदवारों की घोषणा पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने पहली सूची में ही अपनी हार मान ली है. भाजपा ने लोकसभा चुनाव के लिए शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समेत देश के 195 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी जिसमें उत्तर प्रदेश के 51 उम्मीदवार शामिल हैं.
सपा प्रमुख यादव ने सोशल मीडिया मंच ‘‘एक्स” पर जारी अपने एक पोस्ट में कहा कि भाजपा की लोकसभा उम्मीदवारों की पहली सूची बता रही है कि ‘प्रथम दृष्टया’ जिन सीटों पर भाजपा के जीतने की थोड़ी सी भी संभावना है केवल उन 195 सीटों पर ही ये सूची आई है. यादव ने दावा किया कि इसका मतलब साफ है बाकी पर भाजपा साफ है. पहली सूची में ही भाजपा ने अपनी हार मान ली है क्योंकि वो बगावत के डर से उन लोगों को भी दुबारा उम्मीदवार बना रही है जो अपने-अपने संसदीय क्षेत्रों में कोई काम नहीं करवाने की वजह से या फिर भ्रष्टाचार में संलिप्तता के कारण खुद ही अपनी टिकट के लिए कोई उम्मीद नहीं कर रहे थे.
यादव ने इसी पोस्ट में सवाल उठाते हुए कहा कि जो बोरिया-बिस्तर बांध कर निकलना चाहते थे उन्हें दुबारा दबाव बनाकर लड़ने के लिए कहा जा रहा है. ये अनमने लोग क्या विपक्ष का सामना करेंगे. सपा प्रमुख ने कहा कि भाजपा के कार्यकर्ताओं के बीच भी इस सूची के आने से गहरी हताशा है क्योंकि वो जनता के बीच अपने अधिकांश सांसदों के खिलाफ चल रही हवा से वाकिफ हैं. उन्होंने कहा कि जो युवा भाजपाई टिकट की उम्मीद में भाजपा के हर गलत काम में साथ दे रहे थे, वो भी निराश होकर, निष्क्रिय हो जाएंगे. भाजपा की उम्मीदवारों की सूची, भाजपा की नाउम्मीदगी की घोषणा है.