बर्मिंघम: भारत की बिंद्यारानी देवी ने महिलाओं के 55 किग्रा वर्ग में रजत पदक हासिल करके देश का नाम रौशन किया है. यहां राष्ट्रमंडल खेलों में कई श्रेणियों में देश को चौथा भारोत्तोलन पदक मिला. बिंदियारानी देवी ने 55 किलो भारवर्ग में भारत के लिए यह मेडल जीता. इससे पहले मीराबाई चानू ने स्वर्ण पदत जीता था. वहीं, संकेत महादेव और गुरुराजा पुजारी क्रमश: सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल जीतने में कामयाब रहे थे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को भारोत्तोलक बिंदियारानी देवी को ब्रिटेन के बर्मिंघम में राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक जीतने पर बधाई दी. प्रधान मंत्री ने इस बात पर प्रकाश डाला कि यह उपलब्धि उनके तप की अभिव्यक्ति है और इसने हर भारतीय को बहुत खुश किया है.
पीएम मोदी ने रविवार सुबह ट्वीट किया, ‘सीडब्ल्यूजी, बर्मिंघम में रजत पदक जीतने के लिए बिंद्यारानी देवी को बधाई. यह उपलब्धि उनके तप की अभिव्यक्ति है और इसने हर भारतीय को बहुत खुश किया है. मैं उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं देता हूं.’
बिंदियारानी ने महिला भारोत्तोलक के 55 किलो भारवर्ग में भारत के लिए सिल्वर मेडल जीत लिया. बिंदियारानी ने स्नैच में 86 का स्कोर किया, वहीं क्लीन एंड जर्क में 116 का स्कोर बनाया.
यानी कि उन्होंने कुल 202 किलो का स्कोर करते हुए रजत पदक अपने नाम किया है. सफलता हासिल करने के बाद बिंदियारानी देवी ने कहा, ‘ मैं पहली बार कॉमनवेल्थ में खेली और सिल्वर जीतकर बहुत खुश हूं.’ आज मेरी जिंदगी की सबसे बेहतरीन परफॉर्मेंस थी. हालांकि, मेरे हाथ से गोल्ड फिसल गया. जब मैं पोडियम पर थी, तब सेंटर में नहीं थी. अगली बार ज्यादा बेहतर करने की कोशिश करूंगी.’
23 वर्षीय बिंद्यारानी देवी का पूरा नाम बिंद्यारानी देवी सोरखाईबाम है. 27 जनवरी 1999 को मणिपुर में जन्मीं बिंद्यारानी देवी ने बेहद छोटी उम्र में साउथ एशियन गेम्स 2019, विश्व युवा चैम्पियनशिप 2016, विश्व भारोत्तोलन चैम्पियनशिप 2021 सहित कई बड़ी भारोत्तोलन प्रतियोगिताओं में भारत का नाम रोशन किया.