Johar Live Desk

रांची। किसी भी बड़े मामले में हाई प्रोफाइल लोगों की तबीयत जेल में आने के बाद ही खराब होने लग जाती है। कई मामलों में देखा गया है कि जेल में कुछ घंटे या दिन बिताने के बाद चिकित्सीय कारणों से उन्हें अस्पताल में शिफ्ट कर दिया जाता है। जिससे उन्हें अपने करीबी लोगों से मिलने में किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो। वहां अपनी मर्जी से जिंदगी को जी सकें। अगर, पिछले कई वर्षों में देखा जाये तो रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा इसका गवाह है। यहां आने वाले हाई प्रोफाइल लोगों की तुरंत तबीयत बिगड़ जाती है, जिसके बाद उन्हें रिम्स में शिफ्ट किया जाता है। इसके बाद हाई प्रोफाइल कैदी की चिकित्सीय प्रक्रिया शुरु हो जाती है। हाल के दिनों में सबसे बड़ा उदाहरण बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव है। जहां इनकी सुरक्षा में दर्जनों से ज्यादा पुलिसकर्मी को तैनात किया गया है। लालू प्रसाद यादव रिम्स के पेइंग वार्ड में भर्ती है। इतने दिनों की सजा में 17 माह लालू प्रसाद अस्पताल में काट चुके है। मगर, अभी भी इनकी चिकित्सीय जांच जारी है। उनकी तबीयत सुधरने का नाम नहीं ले रही है।

इससे पूर्व वर्ष 2010-12 में राज्य के पूर्व जल संसाधन मंत्री कमलेश सिंह ने भी सीबीआई द्वारा दर्ज संपत्ति से जुड़े एक मामले का सामना किया था। जिसके बाद उनका लंबे समय तक रिम्स में इलाज चला। इसके बाद एक से एक एनोस एक्का, भानु प्रताप शाही, मधु कोड़ा, ढुल्लू महतो और चंद्रशेखर दुबे सहित अन्य पूर्व मंत्रियों और विधायकों का भी रिम्स में हिरासत के दौरान इलाज चला था।

जेल के आईजी वीरेंद्र भूषण ने कहा कि रिम्स के निदेशक लालू प्रसाद की स्वास्थ्य जांच रिपोर्ट हर महीने भेजते हैं। लेकिन किसी भी रिपोर्ट में उन्हें फिट और उनकी स्थिति को सही नहीं बताया गया है। हर बार उनकी रिपोर्ट में किसी प्रकार की कमी रहती है। एक बार हमें सकारात्मक रिपोर्ट रिम्स की ओर से मिल जायें, तो उन्हें जेल में शिफ्ट कर देंगे।

  • कई मामलों में सजा मिलने के बाद से जेल में है लालू

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव 23 दिसंबर 2017 के बाद से एक से एक तीन अलग-अलग चारा घोटाले मामलों में सजा मिलने के बाद से जेल में हैं। इनमें से एक मामले में उन्हें इसी महीने जमानत भी मिली है। जेल जाने के महज दो महीने बाद ही उन्हें स्वास्थ्य से संबंधित दिक्कतें आने लगी थीं।

लालू को पहले रिम्स में भर्ती कराया गया, फिर दिल्ली के ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (एम्स) में शिफ्ट किया गया। मई 2018 में एम्स में फिट घोषित होने के बाद वह दोबारा रिम्स में भर्ती हुए। हालांकि बाद में उन्हें तुरंत अपने बड़े बेटे की शादी के लिए पैरोल मिल गई थी। फिर उन्हें मुंबई स्थित अस्पताल में अग्रिम उपचार के लिए उच्च न्यायालय द्वारा अंतरिम जमानत दी गई। फिर वह 2018 के मई के आखिर में दोबार रिम्स लौट आए। तभी से उनका यहां इलाज चल रहा है। जिस वार्ड में वह रह रहे हैं वहां एयर कंडीशनर सहित अन्य सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं।

  • कई बीमारियों से जूझ रहे है लालू

हालांकि लालू कई सारी बीमारियों से जूझ रहे हैं, जिनमें सबसे बड़ी परेशानी उन्हें हुई टाइप-2 डायबटीज और ब्लड प्रेशर हैं। उनका इलाज करने वाले वरिष्ठ डॉक्टर डीके झा का कहना है कि लालू प्रसाद 15 बीमारियों से पीड़ित हैं। इनमें सबसे बड़ी चिंता उनकी अनियंत्रित डायबिटीज है। जो पूरी तरह इंसुलिन पर निर्भर है। उन्हें किडनी की भी परेशानी है। उनके कई अंग 50 फीसदी ही कार्य करते पाए गए हैं। इन सभी परेशानियों में अनियमित दिल की धड़कन भी एक समस्या है। उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली भी कमजोर हो गई है, क्योंकि पिछले दिनों उन्हें छह बार त्वचा और मूत्र संक्रमण हुआ था। उन्होंने कहा कि हम हर शुक्रवार को उनकी रिपोर्ट एसएसपी और जेल प्रशासन को भेजते हैं।

Share.
Exit mobile version