Joharlive Desk
पटना:। बिहार के DGP गुप्तेश्वर पांडेय को VRS मिल गया है. उनकी जगह एस के सिंघल को डीजीपी का चार्ज दिया गया है। गुप्तेश्वर पांडेय बिहार विधानसभा का चुनाव लड़ सकते हैं। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। गुप्तेश्वर पांडेय ने अभी तक चुनाव लड़ने को लेकर बात नहीं की है।
सोमवार को ही जब गुप्तेश्वर पांडेय से रिटायरमेंट के बाद राजनीति में जाने के बारे में पूछा गया था तो उन्होंने कहा था, ”क्या रिटायरमेंट के बाद राजनीति में जाना पाप है? कदाचार है? या गलत है? राजनीति के कारण ही कार्यपालिका है, विधायिका है.।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक चुनाव आयोग की तरफ से बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा होते ही वे सरकार को अपना इस्तीफा सौंप देंगे।
विधानसभा चुनाव में गुप्तेश्वर पांडेय को बक्सर या भोजपुर के किसी सीट से एनडीए का उम्मीदवार बनाया जा सकता है। इस बात की प्रबल संभावना है। हालांकि, जब इसको लेकर हमने गुप्तेश्वर पांडेय से संपर्क करने की कोशिश की तो उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया। सूत्रों का दावा है कि वे अपने पद से इस्तीफा देकर विधानसभा का चुनाव हर हाल में लड़ने जा रहे हैं।
5 महीने का बचा है कार्यकाल
गुप्तेश्वर पांडेय 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। 31 जनवरी 2019 को उन्हें बिहार का डीजीपी बनाया गया था। कार्यकाल पूरा होने में करीब 5 महीने का वक्त बचा हुआ है। राज्य के पुलिस महानिदेशक के रूप में गुप्तेश्वर पांडेय का कार्यकाल 28 फरवरी 2021 को पूरा होने वाला है। सूत्रों से जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक गुप्तेश्वर पांडेय ने चुनावी मैदान में उतरने की पूरी तैयारी कर ली है। बस चुनाव की तारीख ऐलान होने का इंतजार है।
बेगूसराय और जहानाबाद में अपराधियों का किया था खात्मा
बतौर आईपीएस अधिकारी गुप्तेश्वर पांडेय 33 साल की सर्विस पूरी कर चुके हैं। एसपी से लेकर डीआईजी, आईजी और एडीजी बनने तक के सफर में गुप्तेश्वर पांडेय 26 जिलों में काम कर चुके हैं। 1993-94 में वे बेगूसराय और 1995-96 में जहानाबाद के एसपी रह चुके हैं। दोनों जिलों में अपने कार्यकाल के दौरान अपराधियों का खात्मा कर दिया था। इन्हें कम्यूनिटी पुलिसिंग के लिए भी जाना जाता है।
सुशांत मामले में बेबाक तरीके से रखी थी अपनी बात
मुंबई में हुए एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की रहस्यमय मौत के मामले में पटना में एफआईआर दर्ज हुई थी। इसके बाद डीजीपी के निर्देश पर ही बिहार पुलिस की टीम को जांच के लिए वहां भेजा गया था। इस मामले में गुप्तेश्वर पांडेय ने अपनी बातों को बेबाक तरीके से सबके सामने रखा था। कई बार वो खुलकर मीडिया के सामने आए थे। बिहार के युवाओं के बीच इनकी बड़ी फैन फॉलोइंग है।