JoharLive Desk

नवादा । नवादा प्रधान डाकघर के कैसियर अम्बिका चौधरी ने 5 करोड़ 57 लाख के घपले के मुकदमे में मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में गुरुवार को आत्मसमर्पण किया। जिसकी पुलिस को भनक तक नहीं लगी। वही एक करोड़ 62 लाख घपले के आरोपी जिले के नारदीगंज प्रखंड के हरिया ग्राम पंचायत के पंचायत सचिव मुरारी प्रसाद को डीएम कौशल कुमार ने बर्खास्त कर दिया ।
नवादा प्रधान डाकघर के खजांची अंबिका चौधरी की जिम्मेदारी भारतीय स्टेट बैंक से डाकघर प्रतिदिन रुपए निकासी कर लाने की थी इस सिलसिले में उसने 5 करोड़ 57 लाख का घपला कर दिया। इस घपले में डाकघर के कई वरिष्ठ अधिकारियों का भी हाथ बताया जा रहा है ।यहां तक कि वह पीएमजी तक पहुंच रखकर उन्हें भी मौके- मौके पर शुभ लाभ कराया करता था। जब घपले उजागर हुई तो दबाव देकर अंबिका के साथ ही घपले में शामिल डाकपाल सकलदेव यादव से दबाव बनाकर ढाई करोड़ जमा करा लिए गए। शेष पैसे नहीं जमा करने पर दोनों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गई। प्राथमिकी दर्ज कराए जाने के बाद से ही दोनों फरार था। पुलिस दबिश के कारण ही गुपचुप तरीके से अंबिका चौधरी ने तो न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया लेकिन सकलदेव यादव अब तक फरार है । जिसे कई राजनेताओं का भी संरक्षण प्राप्त है। वही हरिया ग्राम पंचायत के मुखिया प्रमोद कुमार पंचायत सचिव मुरारी प्रसाद एक करोड़ 62 लाख क घपले के जुर्म में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। निलंबन के बाद डीएम कौशल कुमार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल प्रभाव से उसे बर्खास्त कर दिया। इस कदर के घोटाले से जनमानस में अब सरकारी संस्थाओं के प्रति विश्वास उठता जा रहा है।

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