Joharlive Desk
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे करीब आ रहा है दलों की रणनीति और पुख्ता और आक्रामक होती जा रही है। कोई किसी को बख्शने के मुड में नहीं है और ना ही कोई किसी को किस मुद्दे पर घेरने से बाज आ रहा है। एक तरफ विकास के दावे की ढोल पिट रही है सरकार, उद्घाटन से लेकर शिलान्यास कर रही है वहीं राजद और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का दावा है कि बहुत जल्द जदयू पार्टी ही खत्म हो जाएगी। इस बात का दावा करते हुए तेजस्वी कहते हैं कि जल्द ही जदयू में भगदड़ मचने वाला है और उस पार्टी का अस्तित्व ही मिटने वाली है।
ज्ञात हो कि जदयू के पूर्व एमएलसी जावेद इकबाल अंसारी जदयू को छोड़ राजद में आ गए हैं। उनके साथ बिहार के पूर्व डीजी अशोक कुमार गुप्ता, शगुन सिंह, रघुनाथपुर के पूर्व विधायक विक्रम कुंवर, एमएलसी शिवपरसन यादव के पुत्र शैलेन्द्र यादव अपने समर्थकों के साथ राजद में शामिल हुए। इन नेताओं के राजद में आने के बाद तेजस्वी का हौसला बुलंद हुआ है।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2015 के विधानसभा चुनाव में बिहार की जनता ने राजद को मैनडेट दिया था, लेकिन कुछ ही दिनों बाद नीतीश कुमार जिनके खिलाफ चुनाव लड़े थे उसी के साथ चले गए। नीतीश ने बिहार की जनता के साथ धोखा किया है और झूठ बोलकर राजद से नाता तोड़ लिया था। लेकिन एक बात याद रखिएगा झूठ की खेती ज्यादा दिन नहीं चलती है। आगामी चुनाव में जनता उनको सबक सिखाने जा रही है। आगे उन्होंने कहा है कि जल्द ही जदयू में भगदड़ मचने वाला है। नीतीश जी पार्टी विलुप्ति के कगार पर पहुंचने वाली है।
कोरोना संकटकाल में प्रदेश की गरीब जनता को सरकार ने कोई मदद नहीं की, बल्कि उन्हें परेशान करने का काम किया।बस जनता को चुनाव का इंतजार है, जिसमें वह वर्तमान सरकार को सबक सिखाएगी। वहीं राजद अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा कि सुशासन के साथ विकास का माला जपने वाली नीतीश सरकार की झूठ को जनता पहचान चुकी है। अब इनका जाना तय है। अब ऐसे में देखने वाली बात ये है कि तेजस्वी के दावे मजबूत पड़ते हैं या फिर नीतीश कुमार के विकास के दावे, यह तो अब चुनावी जंग के बाद ही पता चल पाएगा। मगर सभी नेताओं ने अपने-अपने तरीके से मतदाताओं को रिझाना जरुर शुरु कर दिया है।