JoharLive Desk
पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जल-जीवन-हरियाली और शराबबंदी के पक्ष में तथा दहेजप्रथा एवं बाल विवाह जैसी सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ 19 जनवरी को बनाई गई मानव श्रृंखला में अनुमान से अधिक लोगों की एकजुटता को पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों में आई जागरूकता का प्रकटीकरण बताया और कहा कि इसे न तो राजनीतिक तौर पर देखा जाना चाहिए और न ही इसका विश्लेषण किया जाना चाहिए।
श्री कुमार ने आज नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर यहां गांधी मैदान में उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि देने के बाद पत्रकारों के मानव श्रृंखला से संबंधित सवाल के जवाब में कहा कि जनता में कितनी जागृति आयी है ये सब आपलोगों को पता चल गया होगा। उन्होंने कहा कि इस वर्ष 19 जनवरी को जो मानव श्रृंखला बनी उसके लिए हमलोगों ने पहले काफी कैंपेन चलाया। जल-जीवन-हरियाली अभियान के प्रति लोगों में जागृति आयी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व से ही नशामुक्ति के लिए तथा दहेज प्रथा एवं बाल विवाह के खिलाफ भी अलग-अलग दो बार मानव श्रृंखल बनायी जा चुकी है। इस बार जल-जीवन-हरियाली अभियान और नशामुक्ति के पक्ष में जबकि दहेज प्रथा एवं बाल विवाह के खिलाफ यह मानव श्रृंखला बनायी गई। जितनी बड़ी संख्या में इस मानव श्रृंखला में लोग शामिल हुए हैं यह देखने वाली बात है। इसके प्रति मेरे मन में संतोष का भाव है।