पटना। बिहार में विपक्षी के महागठबंधन में टकराव देखने को मिल रहा है। इसी बीच महागठबंधन के घटक दल हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के मुखिया जीतन राम मांझी ने एनडीए के सहयोगी जनता दल यूनाइटेड (जदयू) अध्यक्ष और राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की। यह मुलाकात काफी देर तक चली।
मांझी इन दिनों महागठबंधन में समन्वय समिति नहीं बनने से नाराज चल रहे हैं। इस कारण इस मुलाकात के बाद तरह-तरह के कयास लगाए जाने लगे हैं।
मांझी मंगलवार रात अचानक मुख्यमंत्री आवास पहुंचे, जहां एक बंद कमरे में दोनों नेताओं के बीच करीब 50 मिनट तक बात हुई। मुलाकात के बाद में मांझी ने हालांकि इस मुलाकात को लेकर पत्रकारों से कोई बात नहीं की।
इधर, हम के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री मांझी जी क्षेत्र की समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री से मुलाकात की है।
उन्होंने हालांकि यह भी स्वीकार किया कि जब दो राजनेता मिलते हैं तो राजनीति की बात तो होती ही है।
नीतीश से मुलाकात के बाद गरमाई राजनीति को लेकर मांझी ने सफाई दी है। उनका कहना है कि वह मुख्यमंत्री से 14 मार्च को हटाई गई अपनी एसएसजी सुरक्षा को फिर से बहाल करने की बात करने गए थे। पूर्व मुख्यमंत्री होने की वजह से राबड़ी देवी को यह सुरक्षा मिली हुई है।
मांझी ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश ने उनके आग्रह पर एसएसजी सुरक्षा बहाल करने की बात कही है। हालांकि माना जा रहा है कि मांझी और नीतीश की 50 मिनट की मुलाकात में कई और मामलों पर चर्चा हुई होगी। बता दें कि मांझी महागठबंधन से नाराज चल रहे हैं। वहीं कांग्रेस भी राजद के राज्यसभा सीट को लेकर किए वादे को पूरा न करने से खफा है।