Joharlive Desk

दरभंगा। कोरोना महामारी की रोकथाम को लेकर जारी लॉकडाउन की तमाम पाबंदियों के बीच बिहार के दरभंगा जिले में एक शादी ऐसी हुई, जिसमें मास्क पहने वर-वधु अग्नि के सात फेरे लेकर जन्म-जन्मांतर के लिए एक-दूसरे के हो गये।

जिला विधिक सेवा प्राधिकार के प्रयास से गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) जीवन बसर करने वाले होरिल पासवान का विवाह निशा कुमारी के साथ छपकी पर्री गांव में संपन्न हुआ। विवाह में सामाजिक दूरी का ख्याल रखते हुए विवाह में शामिल सभी लोगों ने मास्क पहन रखे थे। दूल्हे के बीमार दादा की इच्छा का ख्याल रखते हुए काफी सादगी से शादी संपन्न हुई।

जिले के बहेरी थाना क्षेत्र के ठाठोपुर गांव निवासी राम प्रसाद पासवान के पुत्र होरिल पासवान (वर) ने विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव के नाम एक आवेदन देकर अपने विवाह की अनुमति (अनुज्ञा पत्र) दिलाने में मदद की गुहार लगाई थी। होरिल ने अपने आवेदन में कहा कि उसकी शादी सारा मोहनपुर पंचायत के छपकी पर्री गांव निवासी रंजीत पासवान की पुत्री निशा कुमारी के साथ अप्रैल में तय थी लेकिन लॉकडाउन हो जाने के कारण विवाह संपन्न नहीं हो सका। इसके बाद शादी की तिथि चार मई निर्धारित की गयी लेकिन लॉक डाउन विस्तार के कारण ऐसा नहीं हो सका। इसी दौरान उसके दादा की तबीयत काफी बिगड़ गयी और चिकित्सकों ने भी उनकी हालत में सुधार की उम्मीद छोड़ दी। ऐसे में उन्होंने पौत्र वधू देखने की अंतिम इच्छा व्यक्त की।

प्राधिकार के सचिव सह अवर न्यायाधीश दीपक कुमार ने बताया कि प्रशासन की अनुमति से होरिल पासवान का विवाह निशा कुमारी के साथ सभी नियमों के अनुपालन करते हुए विधिक स्वयंसेवक संतोष कुमार सहनी, संतोष कुमार मांझी, दयाशंकर शर्मा एवं इंद्रजीत कुमार के सहयोग से संपन्न करवाया गया। उन्होंने बताया कि शादी में शिरकत कर रहे सीमित लोगों को मास्क एवं सैनिटाइजर भी वितरित किए। उन्होंने कहा कि आम लोगों के मौलिक अधिकार एवं संवैधानिक अधिकार की रक्षा के लिए विधिक सेवा प्राधिकार कृत संकल्पित है। वहीं, दोनों परिवारों ने जिला प्रशासन एवं प्राधिकार के प्रति आभार व्यक्त किया है।

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