नई दिल्ली: पेरिस ओलंपिक 2024 अपने आखिरी पड़ाव पर आ पहुंचा है. 11 अगस्त, रविवार को गेम्स की क्लोजिंग सेरेमनी है. भारत ने पेरिस ओलंपिक में 6 मेडल जीते. सातवें मेडल की उम्मीद भी बनी हुई है. 100 ग्राम ज्यादा वजन के चलते फाइनल नहीं खेल पाई विनेश फोगाट ने कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (केस) में अपील कर सिल्वर मेडल की अपील की है. केस के समक्ष विनेश फोगाट का पक्ष सीनियर एडवोकेट हरीश साल्वे और विदुष्पत सिंघानिया ने रखा. मामले की सुनवाई पूरी हो चुकी है.
सीनियर एडवोकेट विदुष्पत सिंघानिया ने कहा कि विनेश ने पेरिस ओलंपिक 2024 में शानदार प्रदर्शन किया और हमारे प्रयास उनकी उपलब्धि से बहुत कम हैं. सिंघानिया ने इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन और विनेश की लीगल टीम की स्ट्रेजी के बारे में खुलासा करने से इनकार किया, लेकिन कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि फैसला पक्ष में आएगा.
विनेश फोगाट ने पेरिस ओलिम्पिक में 6 अगस्त को लगातार तीन मैच जीतकर फाइनल में जगह बनाई थी. अगले दिन 7 अगस्त को फाइनल से पहले नियमों के मुताबिक भारतीय रेसलर का वजन फिर से लिया गया. इस बार उनका वजन तय सीमा (50 किलो) से 100 ग्राम ज्यादा निकला. इसके बाद उन्हें डिसक्वालीफाई कर दिया गया. उनसे सेमीफाइनल में हारने वाली रेसलर स्नेलिस गुजमान को फाइनल में प्रमोट कर दिया गया. विनेश का नाम भी रेसलर्स की लिस्ट में दर्ज नहीं किया. उन्हें अयोग्य करार दिया गया. विनेश ने आईओसी के इसी फैसले को चैलेंज किया और सिल्वर मेडल की मांग की है क्योंकि 6 अगस्त को उनका वजन तय सीमा के भीतर है.
विनेश फोगाट के मामले की कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (खेल पंचाट) में शुक्रवार को ही सुनवाई पूरी हो गई थी. अब इस मामले पर फैसला 13 अगस्त को आएगा. ओलंपिक गेम्स 11 अगस्त को खत्म हो जाएंगे. अभी यह तय नहीं है कि विनेश फोगाट भारतीय दल के साथ लौटेंगीं या फैसले का इंतजार करेंगी