रांची : वेदांत रिसर्च सेंटर का 24वां वार्षिक अधिवेशन 2 नवंबर से शुरू होगा. चार दिवसीय अधिवेशन का आयोजन आईएमए में होगा. वेदांत रिसर्च सेंटर रांची के अध्यक्ष डॉ एचपी नारायण ने बताया कि समय के साथ वेदांत दर्शन का भी निरंतर विस्तार हो रहा है. उन्होंने कहा कि अधिवेशन 2 से 5 नवंबर तक चलेगा. आजकल मीडिया में सनातन धर्म पर खूब चर्चा हो रही है. इतना ही नहीं आज सनातन धर्म को एक महामारी बताकर उसे समाप्त करने की बात की जा रही है. वर्तमान में सनातन व हिन्दू धर्म के बारे में भारतीय या अन्य मनीषीयों का क्या मत है इसे भी जानना चाहिए. उन्होंने कहा कि एक दिन ऐसा आएगा जब सारे विश्व का एक ही धर्म होगा. वह सनातन धर्म होगा.
मजबूत होगा सनातन धर्म
रांची की निदेशक डॉ राजकुमारी सिन्हा ने कहा कि भारत वर्ष मजबूत होगा तो सनातन धर्म भी मजबूत होगा. सनातन को धर्म के रूप में नहीं बल्कि एक जीवन शैली के रूप में लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि समाज के साथ भारत ही नहीं विश्व में भी वेदांत दर्शन का तेज़ी से विस्तार हो रहा है. अधिवेशन में रामचरित्र मानस में वेदांत विषय पर चर्चा होगी. इस अधिवेशन में शामिल होने के लिए प्रकाण्ड विद्वान रांची पहुंचेंगे. डॉ इंदिरा पाठक ने कहा कि सनातन सदैव अर्थात हमेशा से है. इसका समय, काल पता नहीं चलता है. उन्होंने कहा कि हिन्दू समाज थोड़ा भटक गया है.
ये होंगे शामिल
आईसीपीआर न्यू दिल्ली के पूर्व अध्यक्ष डॉ आरसी सिन्हा, अखिल भारतीय दर्शन परिषद के अध्यक्ष प्रो. जटा शंकर, प्रो. बीएन लभ, डॉ एसके मुख़र्जी, डॉ एचपी नारायण, डॉ रजनीश शुक्ला, डॉ गोपाल पाठक, डॉ नीलम कुमारी, प्रो एडी शर्मा, सरला बिरला यूनिवर्सिटी के वीसी डॉ गोपाल पाठक, डॉ सरस्वती मिश्रा, रमाकांत मिश्रा व विनय पाठक.
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