नई दिल्ली :  नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत अब कक्षा 1 में एडमिशन की उम्र तय कर दी गई है. इसी क्रम में केंद्र ने सभी राज्यों और यूनियन टेरिट्रीज को निर्देश दिया है कि क्लास वन में एडमिशन के लिए बच्चे की उम्र फिक्स होनी चाहिए. इसके लिए उम्र सीमा 6 साल तय की गई है. केंद्र ने कहा है कि सभी राज्यों के स्कूल ये देखें कि क्लास वन में एडमिशन के लिए बच्चे की उम्र 6 साल से कम न हो.

एजुकेशन मिनिस्ट्री ने अपने X हैंडल पर ट्वीट करके जानकारी दी है. इसमें बताया गया है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति यानी NEP 2020 और बच्चों को मुफ्त और अनिवार्य शिक्षा का अधिकार अधिनियम (RTE Act 2009) के तहत यह फैसला लिया जा रहा है.

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने स्टेट और UTs को भेजे गए लेटर में लिखा है कि ‘2021 और 2023 को राज्यों को भेजे गए पत्र में गुजारिश की गई थी कि वे अपने यहां स्कूल एडमिशन के वक्त क्लास 1 दाखिले में बच्चों की उम्र 6 साल से ऊपर रखना सुनिश्चित करें. अब नया एकेडेमिक सेशन 2024-25 जल्द ही शुरू होने वाला है, जब नए सत्र के लिए स्कूल एडमिशन शुरू होने वाले हैं. हम ये उम्मीद करते हैं कि आपके राज्य/ केंद्रशासित प्रदेश में ग्रेड-1 एडमिशन की उम्र 6+ रखी जाएगी.’

ज्वाइंट सेक्रेटरी अर्चना शर्मा अवस्थी के नाम से जारी इस चिट्ठी में ये भी कहा गया है कि ‘मैं गुजारिश करती हूं कि इस मामले को व्यक्तिगत तौर पर देखा जाए और इसे सुनिश्चित कराया जाए. आप इस संबंध में तैयार नोटिफिकेशन या दिशानिर्देश भी शेयर कर सकते हैं.’

इन राज्यों को है छूट

साल 2022 में सेंटर ने लोकसभा में बताया था कि 14 राज्य और यूटी हैं जिनमें अगर बच्चे की उम्र 6 साल न भी हो तो भी उन्हें क्लास वन में एडमिशन मिल सकता है. इनके नाम है –  असम, गुजरात, पुडुचेरी, तेलंगाना, लद्दाख, आंध्र प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, उत्तराखंड, हरियाणा, गोवा, झारखंड, कर्नाटक और केरल.

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