Joharlive Team
सुकमा। रक्षक ही जब भक्षक बन जाये, तो कहना क्या है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है। जहां जिले की पुलिस ने नक्सलियों के अर्बन नेटवर्क से जुड़े एक एएसआई और एक हेड कांस्टेबल को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपित पुलिसकर्मी नक्सलियों को सरकारी कारतूस सप्लाई करते थे। अप्रैल में कांकेर पुलिस ने शहरी नेटवर्क में शामिल ठेकेदार सहित कई लोगों को अपनी गिरफ्त में लिया था। उन्हीं से हुई पूछताछ के बाद सुकमा से नक्सलियों को कारतूस सप्लाई होने की जानकारी मिली थी। इसके बाद सुकमा पुलिस कई संदिग्ध पुलिसकर्मियों पर नजर रख रही थी।
पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपितों में एएसआई आनंद जाटव और हेड कांस्टेबल सुभाष सिंह शामिल है। इससे पहले इन पर पुलिस लगातार कड़ी नजर रख रही थी। इनके मोबाइल फोन ट्रेस किए जा रहे थे। गिरफ्तारी से पहले एएसआई बाइक से मलकानगिरी चौक पहुंचा था। यहां उसकी मुलाकात मनोज शर्मा और हरीशंकर से होनी थी। वे दोनों स्कॉर्पियो से सुकमा पहुंचे थे। ठीक उसी समय पुलिस ने एएसआई आनंद जाटव के साथ-साथ उन दोनों को भी दबोच लिया। इसके बाद पुलिस ने हेड कांस्टेबल सुभाष सिंह को भी इंदिरा कॉलोनी स्थित उसके घर से गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस के अनुसार गिरफ्तार आरोपितों ने दो बार नक्सलियों को कारतूस बेचने की बात कबूल की है, लेकिन तीसरी बार ये दोनों पुलिसकर्मी हत्थे चढ़ गए। हेड कांस्टेबल सुभाष सिंह की ड्यूटी शास्त्रागार में होती थी।
उल्लेखनीय है कि इसी महीने की 4 जून को पुलिस ने माओवादियों के लिए गोला-बारूद एवं अन्य सामग्री के सप्लाई के सम्बंध में मुखबिर से सूचना मिलने पर धमतरी निवासी मनोज शर्मा और बालोद निवासी हरिशंकर गेडाम को सुकमा मलकानगिरी चौक से घेराबंदी कर दबोचा था। इनके कब्जे से 303 व एसएलआर हथियारों के 395 राउंड कारतूस मिले थे। दोनों से पूछताछ के बाद और इनकी निशानदेही पर दुर्गकोंदल के गणेश कुंजाम और आत्माराम नरेटी को गिरफ्तार किया गया था। इन दोनों का सम्पर्क कांकेर के बड़े नक्सली लीडर दर्शन पेद्दा प्रतापपुर एरिया कमेटी सचिव से है। साथ ही गणेश कुंजाम और आत्माराम नरेटी के पास से 70 राउंड इंसास और 303 मिले हैं। इसके अलावा एके 47, एसएलआर, इंसास के कुल 695 राउंड् कारतूस बरामद हुए हैं। थाना कोतवाली सुकमा पुलिस इस मामले की विवेचना कर रही है।
मंगलवार को बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि नक्सलियों को कारतूस बेचने के मामले में गिरफ्तार एएसआई आनंद जाटव और हेड कांस्टेबल सुभाष सिंह गहन पूछताछ की जा रही है। साथ ही इस मामले की जांच-पड़ताल के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में 09 सदस्यीय एसआईटी गठित की गयी है। शीघ्र ही इस मामले में और खुलासा किया जाएगा।