रांची: हेमंत सरकार को गिराने की साजिश मामले में एक के बाद एक चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं. सबसे बड़ी बात यह कि विधायकों की खरीद-फरोख्त के लिए होटल ली-लैक में कुल चार कमरे बुक कराए गए थे, जिनमें कमरा नंबर 307, 310, 407 व 611 शामिल है. यहां जो लोग रूके थे, उनमें महाराष्ट्र निवासी मोहित भारतीय, अनिल कुमार, आशुतोष ठक्कर और जय कुमार शंकर राव बेलखड़े के नाम शामिल है. गुरुवार की रात पुलिस के पहुंचने से 15-20 मिनट पहले सभी होटल से निकल गए थे. इस पूरे मामले में कथित रूप से एक पत्रकार की भूमिका भी सामने आ रही है. पुलिस ने सभी के बैग, कपड़े समेत अन्य सामानों को जब्त कर लिया है.
होटल से विधायकों को दिया जा रहा था प्रलोभन
दूसरी बात यह कि इस मामले में गिरफ्तार तीनों आरोपी (अमित सिंह, निवारण महतो और अभिषेक दुबे ) कांग्रेस के 3 विधायकों के संपर्क में थे और उनके साथ 15 जुलाई को दिल्ली भी गए थे. दिल्ली में बीजेपी के बड़े नेताओं से कांग्रेस के विधायकों ने मुलाकात भी की थी. महाराष्ट्र के दो विधायक चंद्रशेखर राव बावनकुले और चरण सिंह से दिल्ली में मुलाकात हुई थी. दिल्ली में तीनों विधायकों को एडवांस में एक करोड़ रुपए देने की बात हुई थी, लेकिन पैसे नहीं मिलने पर नाराज तीनों विधायक रांची लौट गए थे. विधायकों को फिर से मनाने के लिए जय कुमार बेलखड़े के नेतृत्व में एक टीम 21 जुलाई को 2:30 बजे की फ्लाइट से रांची पहुंचकर होटल ली-लेक में रुकी थी. इसी होटल में रुक कर फिर से विधायकों को प्रलोभन दिया जा रहा था.
गिरफ्तार आरोपियों ने किया खुलासा
सबसे खास बात है कि 15 जुलाई को दिल्ली जाने से पहले बरही बाजार स्थित एक रेस्टोरेंट में अमित सिंह की विधायक के साथ मीटिंग हुई थी और उसी दौरान अमित सिंह ने महाराष्ट्र के किसी शख्स से विधायक की बात करवाई थी. इस साजिश की पूरी जानकारी गिरफ्तार तीनों शख्स ने ही पुलिस को दी है. फिलहाल पूरे मामले में जांच जारी है.