पटना। पटना के फुलवारीशरीफ में 2 संदिग्ध आतंकी पकड़े गए हैं। खुफिया एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार इनके इरादे काफी खतरनाक थे। दोनों पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के सदस्य हैं और इनके पास से दस्तावेज बरामद किए गए हैं। इस डॉक्यूमेंट के अनुसार पटना में आतंकियों के निशाने पर पीएम नरेंद्र मोदी थे।दरअसल डॉक्यूमेंट के अनुसार पटना में पीएम के प्रोग्राम में गड़बड़ी की साजिश रची गई थी।
दोनों के खिलाफ दायर FIR में लिखा है कि 11 जुलाई को खुफिया एजेंसी को गुप्त सूचना मिली थी फुलवारीशरीफ थाना अंतर्गत कुछ संदिग्ध प्रस्तावित प्रधानमंत्री पटना भ्रमण के दौरान गड़बड़ी करने के मकसद से इकट्टा हुए हैं, उन्हें एक पखवाड़े से ट्रेनिंग भी दी जा रही थी। संदिग्ध आतंकियों की फुलवारीशरीफ में दंगा फैलाने की भी योजना थी, लेकिन चौकस खुफिया एजेंसी ने संदिग्धों की साजिश को समय रहते ही डिकोड कर लिया।
नूपुर शर्मा का भी जिक्र
एफआईआर में ये भी लिखा है ये आतंकी हाल के दिनों में नूपुर शर्मा के द्वारा जो हमारे धर्म पर अपशब्द बोला गया है उनके खिलाफ बदला लेने हेतु जो मुहिम चला रहा है। जिस क्रम में अमरावती और उदयपुर में बदला लिया गया है, इस मुहिम में 26 लोग हैं जिनका नाम और पता दिया गया है एफआईआर कॉपी में दिया गया है। गिरफ्तार हुए संदिग्ध आतंकियों के पास से पुलिस को छापेमारी के दौरान दस्तावेज मिले है जिसमें साल 2047 तक भारत को मुस्लिम राष्ट्र बनाने इत्यादि की चर्चा है।
फुलवारी शरीफ के अपर पुलिस अधीक्षक मनीष कुमार ने बताया कि बुधवार देर रात झारखंड के सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी मोहम्मद जलालुद्दीन और अतहर परवेज को गिरफ्तार किया। उन्होंने कहा कि जलालुद्दीन पहले स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) से जुड़ा था। कुमार ने बताया कि जलालुद्दीन के मकान में स्थानीय लोगों को मार्शल आर्ट अथवा शारीरिक शिक्षा के नाम पर अस्त्र-शस्त्र का प्रशिक्षण देने एवं धार्मिक उन्माद फैलाने के लिए उन्हें उकसाने की बात सामने आयी है।