रांची: कांग्रेस को राज्यसभा सीट देने पर हेमंत सोरेन राजी हो गए हैं। समाचार एजेंसी सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने पहुंचे झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कांग्रेस को राज्यसभा सीट देने पर सकारात्मक रुख दिखाया है। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी से मुलाकात के क्रम में राज्य के वर्तमान हालात और राज्यसभा चुनावों में राजनीतिक स्थिति पर करीब एक घंटे तक चर्चा की। कांग्रेस की राज्य से राज्यसभा सीट की मांग पर उन्होंने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है। अंतिम फैसला जल्द लिया जाएगा। झामुमो और कांग्रेस एक साथ मिलकर रविवार को उम्मीदवार के नाम की घोषणा करेंगे।
इससे पहले यह खबर आ रही थी कि राज्यसभा चुनाव में महागठबंधन के प्रत्याशी को लेकर आखिरी निर्णय दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दरबार में होगा। झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस ने ने तय किया था कि किसी भी उम्मीदवार के नाम पर मुहर सोनिया गांधी की सहमति के बाद ही लगेगा। बता दें कि कांग्रेस ने राज्यसभा सीट को लेकर पहले ही कई तर्कों के साथ अपनी दावेदारी पेश कर दी थी। लेकिन बाद में हेमंत सोरेन की अगुआई वाली झारखंड मुक्ति मोर्चा ने राज्यसभा सीट पर दावा करना शुरू कर दिया था।
बीते दिन झामुमो ने कांग्रेस के रूख पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि राज्यसभा सीट आंख दिखाकर न मांगें। इसके लिए याचना करें। बहरहाल, झारखंड के मौजूदा राजनीतिक हालात को देखते हुए झामुमो अपने स्टैंड से पीछे हटता हुआ दिख रहा है। सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद हेमंत सोरेन ने अब कांग्रेस को एक राज्यसभा सीट देने का मन बना लिया है। रविवार को ही उम्मीदवार के नाम का एलान होगा।
इधर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने शनिवार को एक बार फिर दोहराया कि झामुमो के समर्थन से कांग्रेस का उम्मीदवार ही राज्यसभा चुनाव लड़ेगा। इस बीच झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्या ने कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसियों की सहायता से झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार की जांच हो रही है तो हो, लेकिन उसका दुष्प्रचार करना ठीक नहीं है। जेएमएम ऐसे कृत्यों का विरोध कर रही है, जरूरत पड़ने पर आंदोलन छेड़ा जाएगा।