रांची : झारखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के तत्वावधान में रविवार को कांग्रेस भवन, रांची में प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर व मंत्री आलमगीर आलम ने संयुक्त रूप से प्रेस को संबोधित किया. प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि भारत जोड़ो न्यारय यात्रा देश के सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक, तीनों विषयों, देश के बुनियादी मुद्दों पर हम निकाल रहे हैं. पहले जो हमारी भारत जोड़ो यात्रा थी, कन्या कुमारी से कश्मीजर तक हुई और अब मणिपुर से लेकर मुम्बई तक होने जा रही है. भारत जोड़ो न्याय यात्रा 6,700 किलोमीटर की दूरी तय करेगी, जो 100 लोकसभा सीटों और 337 विधानसभा की सीटों से होकर 20 मार्च तक यात्रा विभिन्न राज्यों से होकर गुजरेगी. झारखण्ड में यह यात्रा 804 किमी की दूरी आठ दिनों में तय करेगी.

दो चरणों में होगी यात्रा

यह यात्रा झारखण्ड में दो चरणों में होगी. आज हम ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा हक मिलने तक’ का स्टीकर जारी कर रहे हैं, जो विभिन्न जिलों में नेताओं व कार्यकर्ताओं के माध्यम से दो पहिया, चार पहिया वाहनों में लगायी जायेगी ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग राहुल जी के भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल हो सके. साथ ही कहा कि प्रधानमंत्री देश के महत्वपूर्ण मुद्दे जैसे बेरोजगारी, महंगाई, महिलाओं पर अत्याचार, किसानों एवं खिलाड़ियों पर हो रहे अत्याचार से ध्यान भटकाने का प्रयास करते रहते हैं. लगभग दस साल होने जा रहे हैं, परन्तु अबतक उन्होंने किसी संवाददाता सम्मेलन को सम्बोधित नहीं किया. अंतिम संवाददाता सम्मेलन देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने किया था. वो ऐसा नहीं कर रहे हैं, इसीलिए जन जागरण करने के लिए ही हम भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकाल रहे हैं.

संसद में हमें नहीं दिया मौका – आलमगीर

कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने कहा कि हमारे सांसदों ने पार्लियामेंट में इन मुद्दों को उठाने की कोशिश की, लेकिन वहां पर सरकार ने हमें मौका नहीं दिया. 146 सांसदों को निलंबित कर दिया गया. इस देश के इतिहास में ये पहली बार है कि इतने लोगों को निलम्बित किया गया और बात नहीं सुनी गयी. इसीलिए, अब हम लोगों को भारत जोड़ो न्याय यात्रा के माध्यम से ये बताने जा रहे हैं और जो एनजीओ हैं, पत्रकार हैं, किसान हैं, छोटे व्याोपारी हैं, दलित हैं और पिछड़े हुए वर्ग के लोग हैं और बुद्धिजीवि हैं, आदिवासी समाज के लोग हैं, उन्हें भी हम बताएंगे. लोगों की तकलीफ भी हम सुनेंगे क्योंकि सिर्फ ये हमारी बात कहने के लिए नहीं, दूसरों की बात सुनने के लिए भी ये यात्रा है.

संविधान के लिए जरूरी है यात्रा

हम चाहते हैं कि लोकतंत्र को, संविधान को जिंदा रखने के लिए ये जरूरी है कि यात्रा के माध्यजम से सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और जनता के मूल सवालों जैसे महंगाई, बेरोजगारी, किसानों के मुद्दे, मजदूरों की बुरी हालत, अमीर-गरीब की बढ़ती खाई और जातिगत जनगणना आदि पर जन-जागरण करेंगे. यात्रा के दौरान राहुल जी समाज के विभिन्नज वर्गों से, विभिन्नल क्षेत्रों के लोगों से, संगठनों से बात करेंगे, उनकी बात समझेंगे और उसके समाधान का प्रयास करेंगे.

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