देवघर: बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना के तहत जिला प्रशासन ने मैट्रिक और इंटर की परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली छात्राओं को पुरस्कृत किया. कार्यक्रम का आयोजन विकास भवन में किया गया, जहां छात्राओं को 5000 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी गई. कार्यक्रम का उद्घाटन डीडीसी नवीन कुमार और सिविल सर्जन डॉ. रंजन सिन्हा ने किया. इस अवसर पर डीडीसी ने कहा कि इस योजना का उद्देश्य शिशु लिंग अनुपात में कमी को रोकना और महिलाओं के सशक्तिकरण से जुड़े मुद्दों का समाधान करना है. यह योजना महिला और बाल विकास मंत्रालय, स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्रालय और मानव संसाधन मंत्रालय द्वारा कार्यान्वित की जा रही है. डीडीसी ने योजना के मुख्य घटकों में शामिल पीसीपीएनडीटी एक्ट, जागरूकता अभियान और समुदाय को एकजुट करने की आवश्यकता पर जोर दिया. सिविल सर्जन डॉ. रंजन सिन्हा ने भूण हत्या और जन्म पूर्व लिंग परीक्षण जैसे अपराधों के खिलाफ कानूनी प्रावधानों की जानकारी दी, जिसमें दोषियों को सजा और लाइसेंस रद्द करने का प्रावधान है. कार्यक्रम में पीसीपीएनडीटी एक्ट पर एक कार्यशाला भी आयोजित की गई, जिससे समाज में जागरूकता बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं.