बोकारो : एक तरफ बेरमो अनुमंडल का 51 वर्ष पूरा होने की खुशी है, तो दूसरी ओर अबतक जिला का दर्जा प्राप्त नहीं होने का गम बेरमो के जनतावासियों को सता रही है कि अब जिला नहीं मिला तो कब जिला मिलेगा. जिला की मांग लंबे अर्शे से चलते आ रही है और लगातार संघर्ष जारी है. जिला बनाओ संघर्ष समिति के पदाधिकारी एवं सदस्यों के द्वारा जिला परिषद अध्यक्ष के अध्यक्षता मे बेरमो अनुमंडल का 6 दिसम्बर को 51 वर्ष पूर्ण होने का जश्न मनाने के बाद मुख्यालय के समीप अनिश्चित कालीन अनशन पर समिति के सदस्यगण धरने पर बैठ गए. मुख्य रूप से बेरमो जिला बनाओ संघर्ष समिति के संयोजक संतोष कुमार नायक को फूल-माला पहनाकर अनशन व धरने का शुभारम्भ किया गया.
वहीं समिति के सचिव वकील प्रसाद महतो ने बताया कि बेरमो के सात प्रखंड के प्रखंड पदाधिकारी को बारी-बारी से मुख्यमंत्री के नाम से बेरमो जिला की मांग को लेकर मांग पत्र सौंपा गया. उसके बाद बेरमो अनुमंडल पदाधिकारी शैलेश कुमार को 7 नवम्बर, बोकारो उपायुक्त कुलदीप चौधरी को 21 नवम्बर को, उत्तरी छोटानागपुर आयुक्त सुमन कैंथरीन किस्कोटा को 28 नवम्बर को और 29 नवम्बर को माननीय झारखण्ड के राज्यपाल को मांग पत्र सौंपा गया.
सचिव वकील प्रसाद महतो के द्वारा बताया गया कि अलग राज्य बनने के बाद कई जिले बने जो बेरमो से कम अहर्ता रखता है. उन्होंने बताया कि 12 दिसम्बर 2007 को खूंटी अनुमंडल को जिला का दर्जा मिला जिसके अंतर्गत 6 प्रखंड था जिसकी आबादी 2011 की जनगणना के अनुसार 5,30,209 थी. वहीं 26 अप्रैल 2001 को जामताड़ा को जिला का दर्जा मिला जिसकी जनसंख्या 2011मे 7,90,969 थी जिसमे 6प्रखंड मौजूद था. वहीं 12 दिसम्बर 2007 मे रामगढ़ को जिला का दर्जा मिला जिसकी 2011 में कुल जनसंख्या 9,49,169 थी. वहीं इसके अंतर्गत 6 प्रखंड आते थे. वहीं 30अप्रैल 2001को सिमडेगा को जिला का दर्जा दिया गया. वहीं 2011की जनगणना के अनुसार 7,25,653 जनसंख्या थी और कुल प्रखंड 6थी और 4अप्रैल 2001 को लातेहार को जिला का दर्जा दिया गया, वहीं 2011 के जनगणना के अनुसार लातेहार की आबादी 4,61,738 थी. जिसके अंतर्गत 7 प्रखंड थे. वहीं 2011की जनगणना के अनुसार बेरमो अनुमंडल की कुल आबादी 11,07,672 थी लेकिन आज वर्तमान मे बेरमो की आबादी लगभग 16 लाख है और 7 प्रखंड है. फिर भी ये जिला के लिए ये मौहताज है. जबकि 6 दिसम्बर 1972 में बेरमो अनुमंडल का गठन गिरिडीह जिला से किया गया था. त्तपश्चात् 1975 में बेरमो अनुमंडल को तेनुघाट मुख्यालय मे स्थापित किया गया. वहीं 1981 मे सिविल कोर्ट का स्थानांतरण किया गया. वहीं 6 दिसम्बर 2013 को 15 स्थाई कोर्ट का निर्माण कर उद्घाटन किया गया.
वहीं बताया गया कि तेनुघाट मे उपकारा, जेएनवी, डीएभी, अनुमंडल अस्पताल, जुड़िसीएल ऑफिस, एसडीओ और एसडीपीओ ऑफिस और आवास तेनुघाट मे स्थाई रूप से मौजूद है. साथ ही बताया की बेरमो अनुमंडल मे 5 डिग्री कॉलेज, 9 इंटर कॉलेज, 7 डी ए भी स्कूल, 20 हाई स्कूल, पानी संग्रह किये हुऐ डैम, तीन थर्मल पावर मौजूद है.
समिति के अध्यक्ष कामेश्वर मिश्रा, सचिव वकील प्रसाद महतो, सह संयोजक कुलदीप प्रजापति, चितरंजन साव, मिथुन चंद्रवंसी, सेवा गंझु, नारायण प्रजापति, अजय प्रजापति, विनोद प्रजापति, तेनुघाट पंचायत की मुखिया नीलम श्रीवास्तव, मुखिया तारामंनी भोगता, अरजुवा मुखिया उर्मिला देवी, पूर्व मुखिया रहमूतून निशा, समाज सेवी नीलम करकेटा, समाज सेवी सरिता देवी, पूर्व मुखिया घनश्याम राम, पूर्व प्रमुख प्रभुदयाल महतो, जीप सदस्य सुरेन्द्र राज, अधिवक्तागण सहित कई गणमान्य लोगो मौजूद थे.
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