रांची: झारखंड सरकार के विरोध में भाजयुमो की आक्रोश रैली रांची में है. इसे लेकर जहां बीजेपी ने पूरी तैयारी कर रखी है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि लोकतंत्र में धरना, आंदोलन, रैली करना हर नागरिक का संवैधानिक अधिकार होता है. युवाओं के आंदोलन से डर चुकी हेमंत सरकार ने पहली दफा ऐसी कंटीली घेराबंदी कराई है. हमने आजतक तो ऐसा राज्य में कभी नहीं देखा था कि किसी भी रैली से पहले कंटीली तारों से घेराबंदी कराई गई. प्रदेश की जनता-जनार्दन देख रही है, किस प्रकार से युवाओं के आंदोलन को तानाशाही तरीके से दबाने का प्रयास किया जा रहा है. हेमंत सोरेन युवाओं का आक्रोश देखकर डरे सहमे हैं, उनकी सरकार घबराई हुई है. भाजपा कार्यकर्ताओं और युवाओं को रास्ते में रोककर सरकार अपने निरंकुशता का परिचय दे रही है. जब पुलिस से पूछा जा रहा है कि किसके आदेश पर गाड़ियों को रोका जा रहा है. तो वे बस टाल मटोल कर रहे है. इन्हें समय आने पर माकूल जवाब दिया जाएगा.

आज तक कहीं भी कंटीले तार सिर्फ 2 जगह इस्तेमाल हुए हैं. देश की सीमा पर और दूसरा वन्य प्राणियों की सुरक्षा के लिए. ये पहली बार है कि बेरोजगार युवाओं को रोकने के लिए कंटीले तार लगाए गए हैं. ऐसा ना तो पहले किसी ने देखा है, ना किसी ने सुना है. सरकार में बैठे लोग अपनी सुरक्षा कंटीले तारों से कर रहे हैं. ये अमानवीय, शर्मनाक और निंदनीय है. राज्य के सारे थानों को परसों से ही निर्देश दिए जा रहे हैं कि छात्रों को रोकना है, उन्हें रांची नहीं आने देना है. बेरोजगार युवा और छात्र कोई गोला बारूद लेकर नहीं आ रहे. वो सरकार के खिलाफ अपना आक्रोश व्यक्त करने आ रहे हैं. ऐसे अमानवीय साधनों का इस्तेमाल करना, छात्रों को आने से रोकना, पुलिस शक्ति का दुरुपयोग कर ऐसा तुगलकी फरमान जारी करना ये भी पहले नहीं सुना गया है. हेमंत जी, आने वाले चुनाव में यही युवा आपको आपके सिंहासन से उखाड़ फेंकेंगे.

 

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