रांची/देवघर। टाउन थाना के पूर्व प्रभारी रतन कुमार सिंह को पुलिस अधीक्षक सुभाष जाट की जांच रिपोर्ट मिलने से पूर्व डीआईजी सुदर्शन मंडल ने निलंबित किया है। आखिरकार डीआईजी पर किसका दबाव था कि जांच रिपोर्ट मिलने से पूर्व कार्रवाई कर दी। और इतना ही नहीं, अब पूर्व थानेदार रतन कुमार सिंह पर एफआईआर कराने को लेकर भी दबाव बनाया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार यह दबाव डीआईजी द्वारा एसपी पर बनाया जा रहा है। हालांकि, इस बात की पुष्टि अब तक नहीं हुई है कि इस पूरे प्रकरण के पीछे जामताड़ा के एक थानेदार के हांथ होने की बात सामने आ रही है। चूंकि, जामताड़ा के उक्त थानेदार का रिश्तेदार है बैंक का गार्ड। अब देखना है कि क्या जामताड़ा के थानेदार अपने मंसूबे में कामयाब हो पायेंगे।
इधर, झारखंड पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष योगेंद्र सिंह ने कहा कि दुमका डीआईजी ने आनन-फानन में जो फैसला लिया है वह उचित नहीं है। डीआईजी को स्पष्ट कर देना चाहिए कि पुलिस किन-किन जगहों पर हथियार लेकर नहीं जा सकती है। ऐसे में पुलिस इंस्पेक्टर के मनोबल को गिराया जा रहा है। एसोसिएशन के पदाधिकारी डीजीपी नीरज सिन्हा से इस मामले में मिलने गए है। बैठक के बाद जो बातें आयेगी, उसके बाद आगे का निर्णय एसोसिएशन लेगा।