14 जुलाई सुनहरे अक्षरों में अंकित रहेगा- PM Modi

Chandrayaan-3 : चंद्रयान-3 के लॉन्चिंग से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर शुभकामनाएं दी है। साथ ही कहा कि जहां तक भारत का सवाल है, 14 जुलाई 2023 हमेशा सुनहरे अक्षरों में अंकित रहेगा। चंद्रयान-3, हमारा तीसरा चंद्र मिशन, आज अपनी यात्रा पर निकल जाएगा। ये Remarkable Mission हमारे देश की आशाओं और सपनों को आगे बढ़ाएगा।

चंद्रयान-3 को 02:35 बजे किया जाएगा लॉन्च

Chandrayaan-3 मिशन की लॉन्चिंग का दिन आज आ गया है। आज 14 जुलाई को दोपहर 02:35 बजे आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से चंद्रयान-3 को लॉन्च किया जाएगा। पूरे देश की निगाहें इस लॉन्चिंग पर टिकी हैं। इसरो के वैज्ञानिक ही नहीं, बल्कि देश-दुनिया की इस मिशन पर नजर बनी हुई है। अगर ये मिशन सफल हो जाता है तो भारत अंतरिक्ष की चौथी महाशक्ति बन जाएगा।

कैसा होगा चंद्रयान-3 का सफर

लॉन्चिंग के बाद रॉकेट इसे पृथ्वी के बाहरी ऑर्बिट तक ले जाएगा। इस दौरान रॉकेट 36 हजार किमी/घंटे की अधिकतम रफ्तार तक सफर करेगा। इसे पूरा करने में इसे 16 मिनट लगेंगे। इसके बाद अंतरिक्षयान पृथ्वी की कक्षा में 5-6 बार घूमेगा। फिर धीरे-धीरे इसे चांद की कक्षा में स्थापित किया जाएगा। इसके बाद प्रपल्शन मॉड्यूल लैंडर के साथ तेज गति से चांद की कक्षा में जाने की एक महीने लंबी यात्रा शुरू कर देगा।

साउथ पोल पर उतरेगा चंद्रयान-3

भारत से पहले रूस, अमेरिका और चीन चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग कर चुके हैं। चंद्रयान-3 को चांद के साउथ पोल पर उतारा जाएगा। इसका कारण है कि चांद का साउथ पोल, नॉर्थ पोल की तुलना में ज्यादा बड़ा है। यहां पानी के होने की संभावना है और यहीं पर शैडो एरिया भी दिखता है।

नहीं बनाया गया चंद्रयान-3 के लिए ऑर्बिटर

चंद्रयान-2 में लैंडर, रोवर और ऑर्बिटर था। चंद्रयान-3 के लिए ऑर्बिटर नहीं बनाया है। चंद्रयान-2 का ऑर्बिटर पहले ही ऑर्बिट में मौजूद है। जरूरत पड़ने पर इसी का इस्तेटमाल किया जाएगा। चंद्रयान-3 में ऑर्बिटर के बजाय स्वदेशी प्रोप्ल्श न मॉड्यूल है।

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