भूमि अधिग्रहण बिल में संशोधन के खिलाफ विपक्षी पार्टियों के झारखंड बंद को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतेजाम किये गए हैं। बुधवार को गृह सचिव एसकेजी रहाटे, डीजीपी डीके पांडेय ने संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस कर मामले की जानकारी दी। गृह सचिव एसकेजी रहाटे ने बताया कि बंद को लेकर राज्य भर में 5000 अतिरिक्त जवानों की तैनाती हुई है। 2 कंपनी रैप, 6 कंपनी रैफ, 3100 होमगार्ड की तैनाती की गई है।
पारंपरिक हथियार के इस्तेमाल पर भी रोक की बात गृहसचिव ने कही। गृहसचिव ने बताया की किसी भी पारंपरिक हथियार, आग्नेयास्त्र का प्रयोग बंद के दौरान गैरकानूनी माना जायेगा। उन्होंने कहा कि बंद के दौरान नेशनल हाईवे, स्टेट हाईवे पर भी सुरक्षा के पुख्ता इंतेजाम रहेगा।डीजीपी डीके पांडेय ने बताया कि झारखंड हाइकोर्ट के आदेश के तहत बंद के दौरान किसी तरह की हिंसा या तोड़फोड़ की जिम्मेदारी बंद समर्थक पार्टियों की होगी। बंद के दौरान हिंसा और उससे हुए नुकसान की भरपाई, राजनीतिक दलों से कराई जाएगी। बंद के दौरान हिंसा होने पर दर्ज केस की स्पीडी ट्रायल कराने की भी बात डीजीपी ने कही है। बंद की पूर्व संध्या पर रांची, जमशेदपुर समेत सभी जिलों में पुलिस ने फ्लैग मार्च भी निकाला।
भूमि अधिग्रहण बिल पर विपक्ष के बंद को बताया गया असंवैधानिक, नुकसान हुआ तो राजनीतिक दलों को भरना होगा हर्जाना
बंद के मद्देनजर कोल्हान मे सुरक्षा के चाक चौबंद बंदोबस्त किये गए हैं। उपद्रवियों पर नजर रखने के लिए कोल्हान में पुलिस अलर्ट पर है । सुरक्षा का पुख्ता इंतेजाम किया गया है – सेंसिटिव प्वाइंट भी चिन्हित किये गए हैं, जहां पूरी नजर रखी जा रही है । कोल्हान के डीआइजी कुलदीप द्विवेदी ने कहा कि निजी या फिर सरकारी संपत्ति को निशाना बनाने वाले लोगों के खिलाफ प्रिवेंशन ऑफ़ डैमेज टू पब्लिक प्रॉपर्टी एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी। ऐसे लोगों से बाकायदा क्षति का मुआवजा वसूला जाएगा। इसके अलावे मजमा का नेतृत्व करने वाले लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। डीआइजी कुलदीप द्विवेदी ने कहां कि किसी भी कीमत में बंद समर्थक को उत्पात मचाने नही दी जाएगी । यदि नुकसान करते हुए पकड़े जाते हैं तो उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी ।