रांची : पूर्व मंत्री व कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने वर्ष 2000 से लेकर अब तक सादा पट्टा या गलत तरीके से जमीन की खरीद-बिक्री की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से की है. उन्होंने यह भी मांग किया है कि जमीन की खरीद-बिक्री में शामिल अधिकारियों, भू-माफियाओं व नेताओं पर कठोर कार्रवाई की जाये. बंधु तिर्की गुरुवार को पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि राजधानी और आसपास के जिले की जमीन अधिकारियों से मिली-भगत कर खरीद बिक्री हुई है. इसमें या तो सीधे भाजपा के नेता शामिल हैं या फिर उनका संरक्षण प्राप्त है. उन्होंने कहा कि वैसे लोग प्रत्येक राजनीतिक दल में हैं और जो भी जमीन की गलत तरीके से खरीद-बिक्री में शामिल हैं. ऐसे सभी लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि पार्टी हमेशा झारखंड के आदिवासी-मूलवासी के हक अधिकार की मांग करती रही है. बंधु तिर्की ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का स्पष्ट मानना है कि राज्य में गलत कागजात और सादा पट्टा बनाकर आदिवासियों की जमीन की लूट बंद होनी चाहिए.
भाजपा सत्ता के लालच में करती है राजनीति :बंधु
कहा कि कांग्रेस सेवा का काम करती है भाजपा सिर्फ सत्ता के लालच में राजनीति करती है. यहां जो जमीन का मामला है और जिस तरीके से जमीन को सादा हुकुमनामा या फिर फर्जी कागजात बनाकर रैयतों को बेदखल किया जा रहा है. पूरे मामले को लेकर जांच करना चाहिए. भारतीय जनता पार्टी से पूछना चाहता हूं सिमालिया मौजा में 23 एकड़ से ज़्यादा ज़मीन को सहकारी समिति के नाम से कर लिया गया उनके संरक्षक कौन है.
उन्होंने कहा कि कांके के मलसरेंग में सरना स्थल के कब्जा करने वाले कौन हैं? अरगोड़ा के बड़ा घाघरा में किसने कब्ज़ा किया, कांके रोड में जो गोलाबारी हुआ है उसमें बीजेपी के लोग इंवॉल्व है या नहीं नामकुम में सुशीला देवी की जमीन को भाजपा के लोगों ने कब्जा किया कि नहीं यह जवाब चाहिए, ओरामंझी में दो बड़े तालाब किसने कब्ज़ा किया ?
इसे भी पढ़ें: माथे पर मोर पंख, महिला बन पुरुष करते हैं नृत्य…आदिवासी बहुल क्षेत्रों में आज भी जीवित है दसाई नृत्य कला