ओडिशा : बालासोर ट्रेन हादसे में 28 अज्ञात शवों का पहचान नहीं हो सका है. कोर्ट के आदेश के अनुसार भुवनेश्वर महानगर निगम (BMC) अब विधिवत अंतिम संस्कार करेगा. रविवार को BMC ने इसके लिए मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) जारी की है.

बता दें कि इसी साल दो जून को बालेश्वर में हुए ट्रेन हादसे के बाद से ही यह शव अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान(एम्स), भुवनेश्वर में रखे हुए हैं. एम्स के अधिकारियों के अनुसार रखे गए कुल 81 शवों के 110 दावेदार थे. डीएनए नमूनों के आवश्यक मिलान के बाद 53 शव उनके स्वजन को सौंप दिए गए. शेष 28 शवों का कोई दावेदार सामने नहीं आया.

बीएमसी ने शुरू की अंतिम संस्कार प्रक्रिया

इन शवों के अंतिम संस्कार के लिए 25 अगस्त को ही सीबीआई की ओर से खुर्दा के जिलाधीश को पत्र लिखा गया था. इसके बाद सात अक्टूबर को जिलाधीश की ओर से पत्र प्राप्त होने के बाद लावारिस शवों के अंतिम संस्कार के लिए बीएमसी ने प्रक्रिया शुरू की.

एम्स निदेशक बीएमसी को सौंपेगे शव

नगर निगम मानक प्रक्रिया के तहत बीएमसी ने एम्स से श्मशान घाट तक शवों के सुचारू परिवहन के लिए दो से तीन शव वाहन प्रदान करने का फैसला किया है. इसके तहत एम्स के निदेशक शवों के अंतिम संस्कार के लिए राज्य, केंद्र और एनएचआरसी के मौजूदा नियमों और दिशानिर्देशों का पालन करते हुए शवों को बीएमसी के स्वास्थ्य अधिकारी को सौंपेंगे.

दाह संस्कार की कराई जाएगी वीडियोग्राफी

एसओपी में कहा गया है कि शवों को प्राप्त करने से लेकर दाह संस्कार तक की पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी की जाएगी. यह ट्रेन दुर्घटना दो जून को हुई थी और इसमें 290 से अधिक लोगों की जान चली गई थी.

यह घटना चेन्नई जा रही कोरोमंडल एक्सप्रेस के बाहानगा बाजार स्टेशन पर खड़ी एक मालगाड़ी से टकराने से हुई थी. पटरी से उतरे कुछ डिब्बे बाद में विपरीत दिशा से हावड़ा लौट रही यशवंतपुर एक्सप्रेस से टकरा गए थे. जिससे हादसा भयावह हो गया था.

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