रांची: झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) की CGL परीक्षा में कथित गड़बड़ी को लेकर छात्र आंदोलन तेज हो सकता है. हजारों की संख्या में छात्र JSSC कार्यालय का घेराव कर सकते हैं, जिसे लेकर रांची पुलिस और प्रशासन अलर्ट मोड में हैं. इस बीच, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट साझा करते हुए कहा कि JSSC-CGL परीक्षा में धांधली की साजिश के पीछे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का हाथ साफ नजर आता है. उन्होंने आरोप लगाया कि पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सीआईडी जांच का झूठा आश्वासन दिया था, लेकिन इसके बाद JSSC ने खुद को क्लीन चिट दे दी.
मरांडी ने कहा कि अब सरकार ने छात्रों की गिरफ्तारी के सख्त आदेश जारी कर युवाओं की आवाज को दबाने की साजिश रच दी है. उन्होंने यह भी कहा कि हेमंत सोरेन शायद भूल गए हैं कि झारखंड की भूमि आंदोलनों और संघर्षों की प्रतीक है, और झारखंड का युवा दमनकारी नीतियों का करारा जवाब देना जानता है. बीजेपी नेता ने मांग की कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन छात्रों की गिरफ्तारी का तुगलकी फरमान वापस लें और CGL परीक्षा की सीबीआई जांच कराने का आदेश दें. साथ ही उन्होंने छात्रों के गतिरोध को समाप्त करने के लिए सरकार से सकारात्मक पहल करने की अपील की.