रांची : पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी और गांडेय की नवनिर्वाचित विधायक कल्पना सोरेन ने भाजपा पर बड़ा हमला किया है. गुरुवार को हेमंत सोरेन के फेसबुक से उन्होंने एक पोस्ट शेयर कर कहा कि हेमंत सोरेन को जेल में खतरा है. फादर स्टेन स्वामी केस का हवाला देते हुए कहा कि जैसे सबसे कमजोर वर्ग के लिए आवाज उठाने वाले फादर स्टेन को संस्थागत उपेक्षा और अन्याय से चुप कराया गया, आज उसी तरह का जुल्म हेमंत सोरेन पर हो रहा है. आज ज़रूरत है हर एक झारखंडी को हेमंत सोरेन के पक्ष में मजबूती के साथ खड़ा होने की वरना ये झारखंड को मणिपुर बनाने से बाज़ नहीं आएंगे. उधर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने इसपर पलटवार कर कहा कि जेल का खेल तो आपने ही शुरू किया है.

फादर स्टेन स्वामी की अनुचित मौत का बदला है लोकसभा चुनाव का परिणाम

कल्पना ने लिखा कि स्टेन स्वामी की पुलिस हिरासत में हुई मौत भारत के लोकतंत्र और मानवाधिकार पर काला धब्बा है. उन्होंने चुनाव परिणाम को उनकी मौत का बदला लेने की शुरुआत बताकर तुलना की है. कल्पना सोरेन ने लिखा है कि जेसुइट पादरी फादर स्टेन स्वामी 84 साल के थे. वह आदिवासी अधिकार की लड़ाई लड़ रहे थे. इतनी उम्र और पार्किंसन रोग से ग्रसित होने के बावजूद भाजपा सरकार ने झूठे आतंकवाद का आरोप लगाकर उन्हें जेल में रखा. उन्हें जमानत नहीं दी. पानी पीने के लिए 25 पैसे का एक स्ट्रॉ तक नहीं दिया गया. 5 जुलाई 2021 को हिरासत में ही मौत हो गई. उनकी मौत आतंकवाद के बहाने से विपक्ष एवं आदिवासियों को दबाने और मानवाधिकार कार्य को अपराधीकरण करने की भाजपा की नीति का उदाहरण है.

आपको बड़ी तमन्ना थी लोगों को उठाकर जेल में डालने की- बाबूलाल

हेमंत सोरेन के फेसबुक पोस्ट पर बाबूलाल मरांडी ने पलटवार करते हुए लिखा कि आपको बड़ी तमन्ना थी लोगों को उठा कर जेल में डालने की. सत्ता के अहंकार में आपने सैकड़ों निर्दोषों को जेल में डाला. तब आपको ना तो मानवाधिकार का ख्याल आया, ना जेल के अंदर की बदतर हालातों का, लेकिन ईश्वर का न्याय देखिए कि जिस ‘जेल के खेल’ को आपने शुरू किया, अपने कुकर्मों के कारण आप भी उसी खेल का शिकार हो गए!. वैसे अब आप बेकार में ही मानवाधिकार और आदिवासी बंधुओं की चिंता में दुबले हुए जा रहे हैं. जब संथाल में सैकड़ों आदिवासी बेटियों को लव जिहाद में फंसाया गया, शरीर के टुकड़े-टुकड़े कर दिए गए, गाड़ियों से कुचला गया तब आपको आदिवासियों की याद नहीं आई.

जेल में यातनाएं दी जा रही है तो सीसीटीवी फुटेज सार्वजनिक करवायें

बाबूलाल ने लिखा ‘’हेमंत जी, यदि आपको जेल में कथित यातनाएं दी जा रही हैं तो, कोर्ट से अनुरोध कर अपने बैरक का CCTV फुटेज सार्वजनिक करवायें. मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि जेल मैनुअल के अनुसार आपको सारी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिये मैं आपके पक्ष में खड़ा रहूंगा और चंपई सोरेन सरकार को जेल मैनुअल के अनुसार सारी सुविधाएं देने के लिये मजबूर कर दूंगा.‘’

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