हजारीबागः बीजेपी संविधान दिवस के दिन 26 नवंबर से झारखंड में भी संविधान गौरव अभियान शुरुआत हुई. बीजेपी का अनुसूचित मोर्चा इस पूरे अभियान की जिम्मेदारी संभाल रहा है. 26 नवंबर को शुरू होकर बाबा साहेब अंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस यानी 6 दिसंबर को यह अभियान समाप्त हो गया. इस अवसर पर भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के झारखंड अध्यक्ष अमर कुमार बाउरी, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी समेत कई नेताओं ने हजारीबाग में कार्यक्रम में हिस्सा लिया.
भारतीय जनता पार्टी इस अभियान में भारतीय जनता पार्टी के कई वरीय नेता हजारीबाग पहुंचे और संगोष्ठी में हिस्सा लिया. भाजपा के अनुसूचित जाति मोर्चा की झारखंड अध्यक्ष अमर कुमार बाउरी पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी समेत कई नेताओं ने हजारीबाग में बाबा साहब अंबेडकर की जीवनी पर प्रकाश डाला.
विधायक अमर बाउरी ने कहा कि बाबा साहब अंबेडकर के कारण ही आज समानता का अधिकार हम लोगों को मिला है. इस कार्यक्रम में बीजेपी विधायक ने अमर बाउरी ने संविधान के प्रति लोगों को शपथ दिलाया और कहा कि हम संविधान की रक्षा करेंगे. साथ ही साथ देश के विकास में अपना अहम योगदान निभाएंगे.उन्होंने कहा कि बाबा साहब अंबेडकर के द्वारा किए गए कार्य युग-युगांतर तक याद किया जाएंगे, बाबा साहब देशभक्त भी थे.
जिन्होंने विदेश में शिक्षा हासिल करने के बाद स्वदेश लौटे और देश की सेवा में लग गए. लेकिन कई ऐसे लोग हैं जो बाबा साहब अंबेडकर के किए गए कार्यों पर सवाल उठा रहे हैं, जो सरासर गलत है. उनके द्वारा किए गए कार्य को देश कभी भुला नहीं सकता है. आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके मान सम्मान में संविधान गौरव दिवस मना रहा है, यह हमारे प्रधानमंत्री की सच्ची श्रद्धांजलि है.
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा बाबा साहेब सिर्फ संविधान रचयिता ही नहीं बल्कि सच्चे देशभक्त एवं समाज सुधारक भी थे. उनके जैसा ज्ञानी पुरुष विश्व में गिने-चुने ही थे. वो चाहते तो किसी भी दूसरे देश में जाकर अच्छी नौकरी और नागरिकता प्राप्त कर सकते थे, बावजूद उन्होंने भारत में ही रहना पसंद किया. उन्होंने कहा कि बाबा साहेब में देश भक्ति कूट-कूटकर भरी हुई थी. जितने शिक्षित बाबा साहेब थे वो शिक्षा शायद ही विश्व में किसी के पास हो. भारत में बाबा साहेब को वो सम्मान नहीं मिला. लेकिन उन्होंने भारत को नहीं छोड़ा. आजादी के बाद कांग्रेस ने शासन किया लेकिन उन्हें सम्मान नहीं दिया.
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें सम्मान दिया. बाबूलाल मरांडी ने कहा कि हमारा दायित्व है कि बाबा साहेब की इस कृति को गांव-गांव तक पहुंचाएं. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के दलितों को अधिकार तक नहीं था. धारा 370 और 35A समाप्त होने से पूर्व दलित समाज शोषित हो रहा था. लेकिन अपने दूसरे कालखंड में पीएम मोदी ने जम्मू-कश्मीर के दलितों को अन्य राज्यों के समान अधिकार दिया. 2014 से पहले किसी भी सरकार ने जम्मू-कश्मीर के लोगों की चिंता नही की.