बोकारो: अतिथि गृह जारंगडीह में नवगठित संवेदकों की समिति द्वारा रविवार को संविधान निर्माता बाबा साहब डॉ भीमराव अंबडेकर की जयंती पर श्रद्धासुमन के फूल चढ़ाने का कार्य हुआ. इसके बाद संवेदक समिति के सचिव इस्लाम अंसारी ने सभी को ईद की सेवइयां खिलाई. समिति के संरक्षक जोगेंद्र सिंह ने कहा कि आजादी की लड़ाई से लेकर देश के संविधान के निर्माण में बाबा साहब की जो महत्वपूर्ण भूमिका रही है, इसी का प्रतिफल है कि समाज में समरसता और सामाजिक न्याय का फलने-फूलने का कार्य हुआ है.
क्षेत्रीय सचिव विजय कुमार सिंह ने कहा कि जिस दौर में अधिकतर लोग को दो जून की रोटी नसीब नही हो पाती थी. समाज पूरी तरह वर्गों के विभाजन का दंश झेल रहा था. छुआ छूत, ऊंच-नीच का मकड़जाल फैला हुआ था. उस दौर में बाबा साहब ने सभी संझावतो से जूझते हुए न सिर्फ कानून की पढ़ाई और उच्च शिक्षा हासिल की. बल्कि आजादी के लड़ाई में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. इस देश जैसे ही उनको देश का संविधान लिखने के लिए भूमिका मिली. बाद की पीढियां कोई कुरीति का दंश नहीं झेले, सामाजिक दुर्गाव की कोई भावना नहीं हो, समाज एकसूत्र में बंधकर राष्ट्र को सबल बनाने का कार्य करें. इसके मद्देनजर उन्होंने पूरा खाका संविधान में तैयार कर दिया था.
संवेदक समिति के सदस्यों द्वारा बाबा साहब के चित्र पर फूल माला चढ़ाकर श्रद्धासुमन अर्पित करने का कार्य हुआ. बैठक की अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष अनिल सिंह द्वारा की गई. वहीं संचालन का कार्य सचिव इस्लाम अंसारी ने किया. इस अवसर पर समिति के संरक्षक जोगेंद्र सिंह, कथारा क्षेत्र के सचिव विजय कुमार सिंह, अध्यक्ष अनिल सिंह, सचिव इस्लाम अंसारी, उप सचिव रामा शंकर मंडल, सुरेंद्र सिंह, नितेश गुप्ता, कैलाश चौहान आदि मौजूद रहें.
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