रांची : मारवाड़ी महाविद्यालय के 3-झारखंड बटालियन गर्ल्स विंग एनसीसी के द्वारा बाल उत्पीड़न विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया. मुख्य अतिथि महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ मनोज कुमार थे. एनसीसी की सहायक प्राध्यापिका सह केयर टेकर ऑफिसर डॉ. बहालेन होरो के द्वारा स्वागत भाषण दिया गया. उन्होंने बताया कि यूनिसेफ और यूनेस्को के द्वारा बाल उत्पीड़न को रोकने का प्रयास किया जा रहा है. बाल उत्पीड़न को कम करने के लिए लोगों को जागरूक करना जरूरी है. इसका एक प्रयास आज के संगोष्ठी से किया जा रहा है.
बच्चों को समय नहीं देना भी बाल उत्पीड़न
प्राचार्य ने बताया कि कैसे बाल उत्पीड़न को कम किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि यदि हम अपने बच्चों को समय नहीं देते तो वह भी एक प्रकार से बाल उत्पीड़न हैं. गरीब बच्चे अधिकतर इसके शिकार होते हैं. माता-पिता जबरन उनसे कार्य करवाते है. उन्होंने कहा कि लोगों को इसके बारे जागरूक करना होगा चूंकि बच्चे ही हमारा भविष्य है. अगर वो सुरक्षित होंगे तो आनेवाला हमारा पूरा समाज विकास के पथ पर अग्रसर होगा. इस दौरान एनसीसी के महिला कैडेट्स की ओर से भाषण और नाटक भी प्रस्तुत किया गया.
इन्होंने रखे अपने विचार
कार्यक्रम में प्रोफेसर इंचार्ज डॉ आरआर शर्मा, डीएसडब्ल्यू डॉ तरुण चक्रवर्ती, सहायक परीक्षा नियंत्रक डॉ उमेश कुमार, ब्रूसर रोनाल्ड पंकज, डॉ मेजर महेश्वर सारंगी, सहायक प्राध्यापक राहुल कुमार, सहायक प्राध्यापक सह एनसीसी छात्र विंग के केयर टेकर ऑफिसर डॉ अवध बिहारी महतो एवं सहायक प्राध्यापिका रजिया ने भी अपने विचार रखे.
एनसीसी कैडेट्स ने निकाली रैली
संगोष्ठी कार्यक्रम के बाद एनसीसी के महिला कैडेट्स द्वारा बाल उत्पीड़न को लेकर जागरूकता रैली निकाली गई. डॉ. बहालेन होरो एवं डॉ अवध बिहारी महतो के नेतृत्व में इस रैली को प्राचार्य ने शुभकामना संदेश देकर रवाना किया. जागरूकता रैली मारवाड़ी महाविद्यालय के बॉयज सेक्शन से गर्ल्स सेक्शन तक गई और पुनः वापस बॉयज सेक्शन तक आकर समाप्त हो गई.