रांची : राजधानी में अधिकतर पूजा पंडालों के पट खुल चुके हैं. इस बार लोगों को कई आकर्षक पंडाल देखने को मिलेगा. राजधानी में कई जगहों पर पूजा का आयोजन किया जा रहा है. कई पंडाल कुछ न कुछ संदेश दे रहे हैं. कोई काल्पनिक मंदिर का प्रारूप के दर्शन करायेगा तो कहीं पंडाल को महाभारत के चक्रव्यूह की तरह बनाया गया जो लोगों को आकर्षित करेगा. कोकर में हाथी की सूंढ़ के बीच से श्रद्धालुओं का प्रवेश कराया जायेगा. ऐसे ही कुछ पंडालों के बारे में जानकारी दी जा रही है.
पंच मंदिर दुर्गा पूजा समिति, हरमू कॉलोनी
हरमू कॉलोनी के इस दुर्गा पूजा मंडप में इस बार लोग गुजरात के स्वामी नारायण मंदिर की भव्यता का दर्शन करेंगे. राजधानी रांची में पहली बार इस मंदिर का प्रारूप तैयार किया गया है. पूजा समिति की ओर से मुख्य मंदिर के आस-पास 11 शिव मंदिर बनाए गए हैं. इस पंडाल को बांसबेरिया हुगली से पहुंचे 26 कारीगरों ने तैयार किया है. मुख्य पंडाल नारंगी रंग की है, जिसकी छत पर कलश स्थापित है.
यहां पंडाल को बांग्ला अल्पना यानि रंगोली का रूप दिया गया है. इसमें कपड़ा, फाइबर शीट और सूता का इस्तेमाल किया गया है. अल्पना को खास रूप से दर्शाने के लिए ग्लास पेंटिंग की गयी है. पंडाल के चारों ओर 36 छतरी लगायी गयी है. इन्हें सूत और लेजर कटिंग की गयी फाइबर शीट से बनाया गया है.
यहां पूजा पंडाल सनातन धर्म के थीम पर तैयार किया गया है. मंडप में प्रवेश करते ही दायीं ओर बनारस का घाट नजर आयेगा. पंडाल की बायीं ओर मां की प्रतिमा प्रकृति संरक्षण और कर्म ही धर्म का संदेश दे रही है. यहां मां दुर्गा का त्रिनेत्र बनाया हुआ है, जो लोगों को गलत कर्म से दूरी बनाये रखने का संदेश दे रहा.
इस पंडाल में भक्त हाथी की सूंड के बीच से प्रवेश करेंगे. बंगाल के मेदनीपुर के कारीगरों द्वारा पंडाल को तैयार किया गया है. कोकर पूजा पंडाल अपने आकर्षण लाइट के लिए जाना जाता है. ऐसे में कोकर चौक से डिस्टलरी पूल तक तोरण द्वार बनाये गए हैं. वहीं, पंडाल के प्रवेश द्वार पर मैकेनिकल लाइटिंग भी खास की गई है. लाइटिंग में मगरमच्छ, बंदर, कंकाल, भूत की झलक दिख रही है.
यहां के पूजा पंडाल को महाभारत के चक्रव्यूह की तरह तैयार किया गया है. पंडाल आमजन के लिए खोल दिया गया है. 30 से अधिक कारीगरों ने पंडाल निर्माण को पूरा किया है. पंडाल के बाहरी हिस्से की साज-सज्जा आयरन रॉड और फाइबर शीट से की गई है. अलग-अलग रंग की फाइबर शीट पर लाइटिंग आकर्षित कर रही है.
रांची रेलवे स्टेशन में इस वर्ष का पूजा पंडाल बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का संदेश दे रहा है. आकर्षक लाइटिंग भी लगायी गयी है. जो लोगों को लुभा रहा है.
यहां लोगों को मनुष्य के पुनर्जन्म और जीवन यात्रा का संदेश देखने को मिलेगा. मां शारदा बाहुबली थीम पर बने सिंहासन पर विराजमान हैं. प्रतिमा 18 फीट ऊंची है. लाइटिंग भी आकर्षक की गई है. लाइटिंग में कार्टून कैरेक्टर की झलक दिखेगी.
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