बोकारो: तेनुघाट व्यवहार न्यायालय परिसर और अधिवक्ता संघ भवन में सदस्य गणेश प्रसाद गुप्ता के निधन पर शोक सभा का आयोजन किया गया. शोक सभा में जिला जज प्रथम राजेश सिन्हा, अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष, महासचिव सहित अधिवक्ता शामिल थे. तेनुघाट व्यवहार न्यायालय में जिला जज प्रथम राजेश सिन्हा ने शोक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि गणेश प्रसाद गुप्ता ने वर्ष 2001 से वकालत शुरू की. वह लगभग 58 वर्ष के थे. उनके निधन से सभी मर्माहत है. भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें. इससे पूर्व अधिवक्ता संघ भवन में अध्यक्ष कामेश्वर मिश्रा की अध्यक्षता में शोक सभा की गई. शोक सभा को संबोधित करते हुए मिश्रा ने कहा कि दिवंगत गणेश प्रसाद गुप्ता बहुत ही मिलनसार व्यक्तित्व के थे.
उन्होंने कहा कि गणेश प्रसाद गुप्ता सभी से सुख-दुख में मिलते रहते थे. पिछले कुछ दिनों से वह बीमार थे, जिनका इलाज चल रहा था. वह अपने पीछे अपनी पत्नी सुमाना गुप्ता, एक पुत्र, एक पुत्री सहित भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं. संघ के महासचिव वकील प्रसाद महतो ने बताया कि संघ के सदस्य के निधन पर आज संघ के सदस्य अपने आप को न्यायिक कार्यों से अलग रखा है. आगे श्री महतो ने बताया कि उनके परिवार को संघ द्वारा मिलने वाली आर्थिक मदद दी जाएगी.
ये रहें उपस्थित
शोक सभा में तेनुघाट व्यवहार न्यायालय के जिला जज प्रथम राजेश कुमार सिन्हा, कुटुंब न्यायालय राजीव रंजन, जिला जज द्वितीय अनिल कुमार, जिला जज तृतीय सूर्य मणि त्रिपाठी, एसीजेएम विशाल गौरव, एसडीजेएम रश्मि अग्रवाल, सब जज द्वितीय राजीव रंजन कुमार, मुंसीफ श्वेता सोनी, प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी साक्षी श्रीवास्तव एवं रूपम स्मृति टोपनो, अधिवक्ता प्रबोध कुमार महथा, सत्यनारायण डे, राम बल्लभ महतो, महादेव राम, अशोक पाठक, वकील महतो, अरुण कुमार सिन्हा, प्रमोद भगत, बासु कुमार दे, सुरेश तिवारी, अर्जुन सिंह, आनन्द श्रीवास्तव, रमेंद्र सिन्हा, वेंकट हरि विश्वनाथन, मो मोबिन, मजहर जानी, कल्याणी, रिया कुमारी, हसीना खातून, पुष्पा हंस, बिरेंद्र प्रसाद, रविंद्र नाथ बोस, राजीव तिवारी, तेजू करमाली, चंद्रशेखर प्रसाद, चेतन आनंद प्रसाद, पुनीत लाल प्रजापति, , राकेश कुमार, कनक कुमार सिन्हा, शैलेंद्र सिंह, चंद्रशेखर प्रसाद, अशोक कुमार पाठक, मो. मोबीन, सिद्धेश्वर महतो, संजय कुमार डे, लक्ष्मी कांत प्रसाद, अरूण कुमार महतो, अशोक कुमार, राज कुमार यादव सहित संघ के अधिवक्तागण मौजूद थे.