Ranchi : झारखंड में मूसलाधार बारिश और ओलावृष्टि के बाद फसल को हुए नुकसान का आकलन शुरू हो गया है। कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने फसलों के नुकसान पर मुआवजा राशि भुगतान को लेकर राज्य के आपदा प्रबंधन मंत्री डॉ इरफान अंसारी से बातचीत की है। आपदा प्रबंधन मंत्री इरफान अंसारी ने आश्वस्त किया है कि बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की फसल के नुकसान का सरकार बहुत जल्द उचित मुआवजा भुगतान करेगी। इधर, कृषि मंत्री के निर्देश पर मांडर विधानसभा क्षेत्र के सभी पांच प्रखंडों के अधिकारियों ने नुकसान का आकलन शुरू कर दिया है।
मांडर विधानसभा क्षेत्र के किसानों और ग्रामीणों से मिली सूचना के बाद शुक्रवार को कृषि मंत्री ने अधिकारियों को स्थल निरीक्षण कर फसल के नुकसान की रिपोर्ट देने का निर्देश दिया। प्रखंड और अंचल के पदाधिकारियों को तीन दिनों के अंदर जिला मुख्यालय में फसल नुकसान के आकलन से संबंधित रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है। झारखंड के विभिन्न इलाकों में पिछले 24 घंटे से हो रही बारिश और ओलावृष्टि में खेत में लगी फसल को भारी नुकसान की शिकायत लगातार मिल रही है। रिपोर्ट के आधार पर किसानों को उनके फसल के नुकसान के मुआवजे की राशि भुगतान की प्रक्रिया को तेज करने का निर्देश दिया है।
राज्य के अन्य हिस्सों से भी क्षति की सूचना बारिश और ओलावृष्टि से लोहरदगा समेत संताल के कुछ जिलों और कोल्हान में भी फसलों को क्षति की सूचना है। किसानों की रबी फसल समेत आम,लीची के मंजर झड़ गए हैं। कई इलाकों में बिछी बर्फ की चादर ओलावृष्टि के बाद रांची के तुपुदाना से बेड़ो तक और लोहरदगा के भंडरा से पेशरार तक शिमला की बर्फबारी से नजारा दिख रहा था। ऐसा लग रहा था मानो जंगल और पहाड़ के साथ खेल-खलिहान ने सफेद चादर ओढ़ रखी हो।
चाईबासा में हुई 77 मिमी बारिश कोल्हान में शुक्रवार को बारिश का व्यापक असर दिखा। पश्चिमी सिंहभूम में आंधी-बारिश से कई जगहों पर छप्पर उड़ गये। चाईबासा में 77 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। ओलावृष्टि से आम और प्याज समेत अन्य फसलों को नुकसान पहुंचा है। सरायकेला-खरसावां में आंधी तूफान से कई पेड़ भी सड़क पर गिर गए। वहीं ग्रामीण क्षेत्र में 24 घंटे से बिजली की आपूर्ति ठप है। कई क्षेत्रों में आधे घंटे तक ओलावृष्टि हुई। जमशेदपुर में 5.6 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई।
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