रांची : झारखंड विधानसभा के स्पीकर रवींद्रनाथ महतो ने संताल परगना के 169वें स्थापना दिवस पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दीं. उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर एक पोस्ट के जरिए इस महत्वपूर्ण अवसर को याद करते हुए कहा कि संताल परगना को अब प्रमंडल का दर्जा प्राप्त है, जो इस क्षेत्र की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर को सम्मानित करता है.
सिद्धू-कान्हू को कया नमन
स्पीकर ने बताया कि संताल परगना का गठन 22 दिसंबर 1855 को एक अलग जिले के रूप में हुआ था, जो वीर शहीद सिद्धू और कान्हू मुर्मू के नेतृत्व में हुए हूल आंदोलन के परिणामस्वरूप हुआ था. इस संघर्ष के दौरान लगभग छह महीने तक चले सशस्त्र संघर्ष के बाद भागलपुर और बीरभूम जिलों के बड़े भू-भाग को संताल परगना जिला घोषित किया गया था.
झारखंड वीरों की धरती
उन्होंने इस मौके पर वीरों की धरती झारखंड को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि इस राज्य ने देश को वीर शहीद सिद्धू-कान्हू मुर्मू, चांद-भैरव, बाबा तिलका मांझी और फूलो-झानो जैसे महान क्रांतिकारियों को दिया है. स्पीकर ने इस विशेष दिन पर सभी को पुनः शुभकामनाएं दीं और जोहार कहा.
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