गुवाहाटी। असम में बाढ़ की स्थिति में तेजी से सुधार हो रहा है। राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक अभी भी राज्य के 11 जिलों के 1 लाख 21 हजार 247 से अधिक नागरिक बाढ़ से प्रभावित हैं। सभी नदियां खतरे के निशान से नीचे बह रही हैं। बाढ़ की वजह से कई नदियों के तटबंध टूट गए हैं और सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। प्रशासन लोगों को राहत पहुंचाने के लिए जरूरी कदम उठा रहा है।
असम राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के मंगलवार देरशाम जारी आंकड़ों के मुताबिक बाढ़ प्रभावित 11 जिलों में बजाली, बाक्सा, बरपेटा, बिश्वनाथ, दरंग, डिब्रूगढ़, गोलाघाट, कामरूप (ग्रामीण), लखीमपुर, नलबाड़ी और तामुलपुर शामिल हैं। बाढ़ से 22 राजस्व सर्किल अंतर्गत 514 गांवों के 1 लाख 21 हजार 247 लोग प्रभावित हुए हैं। बाढ़ से कुल 2389.63 हेक्टेयर फसल अभी भी प्रभावित है।
बाढ़ प्रभावितों के लिए नौ राहत शिविर स्थापित किए गए हैं जबकि 106 राहत वितरण केंद्र खोले गए हैं। राहत शिविरों में कुल 713 लोग आश्रय लिए हुए हैं। बाढ़ की वजह से मंगलवार को बरपेटा जिले में एक व्यक्ति की मौत हो गई। बाढ़ से राज्य के कुल 84 हजार 697 पशु धन प्रभावित हुए हैं। इनमें बड़े पशुओं की कुल संख्या 40 हजार 391 और छोटे पशुओं की 24 हजार 748 है। 19 हजार 558 कुक्कुट भी प्रभावित हुए हैं। बाढ़ के चलते बाक्सा और कामरूप (ग्रामीण) जिले में कुल 40 कच्चे घरों को आंशिक रूप से नुकसान पहुंचा है। बाढ़ प्रभावित इलाकों में छह मेडिकल टीमें अपनी सेवाएं दे रही हैं।
बाढ़ प्रभावितों को खाद्य सामग्री का वितरण किया गया। इसमें 329.65 क्विंटल चावल, 60.15 क्विंटल दाल, 18.51 क्विंटल नमक, 1835.76 लीटर सरसों का तेल, पशुओं के लिए गेहूं का चोकर 2179.89 क्विंटल शामिल हैं। राज्य सरकार ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में सभी तरह के आवश्यक कदम उठाए जाने के निर्देश दिए हैं।