पलामू। पलामू पुलिस की शिकंजे में पहली बार गैंगस्टर सुजीत सिन्हा का भाई अरुण सिन्हा आया है। पुलिस टीम ने अरुण सिन्हा को छत्तीसगढ़ के रायपुर से गिरफ्तार किया है। झारखंड पुलिस ने पहली बार अपराध में संलिप्त होने पर अरुण सिन्हा को पकड़ा है।
हालांकि, इससे पूर्व खुद को अपराध की दुनिया से खुद दूर रहने की बात बताता था। पलामू पुलिस को पूछताछ में अरुण सिन्हा ने कई जानकारियां दी है। वहीं, सुजीत सिन्हा के पैसे निवेश की भी जानकारी दिया है। पुलिस अन्य मामलों में भी जानकारी एकत्रित कर रही है। ताकि, गिरोह के बाकी सदस्यों को पकड़ा जा सकें।
- क्या है मामला
नेशनल हाइवे 98 के कंस्ट्रक्शन कंपनी शिवालया पर गैंगस्टर सुजीत सिन्हा ने हमला किया था। इस हमले में बिहार के एक ठेकदार शिवजी दास को गोली लगी थी। सुजीत सिन्हा गिरोह ने हमले को अंजाम दिया था। एक सप्ताह पहले पलामू पुलिस ने रांची में छापेमारी कर कांके से गिरोह से जुड़े हुए रिक्की खान को गिरफ्तार किया था।
रिक्की खान की गिरफ्तारी के बाद अरुण सिन्हा का नाम पहली बार अपराध से जुड़ा था। पलामू पुलिस के सीनियर अधिकारियों की टीम मामले में छापेमारी कर रही थी। इसी छापेमारी में पुलिस को सफलता मिली है। सुजीत सिन्हा मूल रूप से पलामू के रेड़मा के इलाके का रहने वाला है। सुजीत सिन्हा की पत्नी भी अपराध के मामले में जेल जा चुकी हैं। सुजीत सिन्हा फिलहाल खूंटी जेल में बंद है।