Joharlive Desk
नयी दिल्ली। कोरोना महामारी से निपटने के लिए केन्द्र सरकार की तरफ से बनाए गए 11 उच्चाधिकार प्राप्त समूहों में से समूह नौ के अध्यक्ष अजय साहनी ने स्पष्ट किया है कि आरोग्य सेतु बहुत ही सुरक्षित एेप हैं और इसमें उपयोगकर्ता की निजी गोपनीयता का बहुत अधिक ध्यान रखा गया है।
यह समूह कोरोना वायरस के संक्रमण से निपटने के लिए डेटा मैनेजमेंट और टेक्नालॉजी संबंधी आंकड़ों के लिए बनाया गया था।
श्री साहनी ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि इस ऐप को इस तरह डिजाइन किया गया है कि इसमें उपयोगकर्ता की सभी जानकारी पूरी तरह सुरक्षित रहती है और शुरू में इस एेप को पांच करोड़ से अधिक लोगों ने काफी तेजी से डाउनलोड किया था और अभी इसका उपयोग 9़ 8 करोड़ लोग कर रहे हैं तथा जल्द ही यह 10 करोड़ का आंकड़ा पार कर लेगा।
उन्होंने बताया कि इस ऐप में ब्लू टूथ और जीपीएस डेटा की मदद से लोगों को सूचित किया जाता है कि आपके आसपास कोई कोविड संदिग्ध अथवा कन्फर्म मरीज है। उन्होंने बताया कि यह ऐप इस तरीके से डिजाइन किया गया है कि कोरोना मरीज संबंधी कोई भी डाटा इसमें 60 दिनों तक के लिए स्टोर किया जाता है और इसके बाद इसे डिलीट कर दिया जाएगा। यह 100 प्रतिशत सुरक्षित है और इसमें डाटा के प्रति पूरी तरह गोपनीयता बरती जा रही है। यह किसी भी क्षेत्र को हाटॅस्पाॅट बनने से रोकने के लिए बनाया गया है।
उन्होंने बताया कि अब तक देश में 9.8 करोड़ स्मार्टफोन यूजर्स आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड कर चुके हैं और यह कल से जियो फीचर स्मार्टफोन पर भी इनबिल्ट उपलब्ध होगा।
कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए मरीजों की सचल गतिविधियों का पता लगाने के लिए यह बेहद उपयोगी ऐप साबित हो रहा है। अगर इस ऐप का उपयोगकर्ता किसी हॉटस्पाट अथवा कंटेनमेंट जोन में जाता है तो यह ऐप उसे सूचित कर देता है।
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