जम्मू : जम्मू-कश्मीर के पुंछ में तोता गली इलाके में भट्टा डूरियन जंगल के पास गुरुवार को एक आर्मी ट्रक में आग लग गई। इस हादसे में कई जवानों के शहीद होने की आशंका है। कुछ रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि इस हादसे में 3-4 जवान मारे गए हैं, लेकिन ऑफिशियल पुष्टि नहीं हुई है।
शुरुआती जांच में सामने आया है कि बिजली गिरने से ट्रक में आग लगी है। वहीं सेना के ट्रक पर ग्रेनेड से हमले का शक भी जताया गया है। सेना के सूत्रों का कहना है कि आग लगने की तीन वजह सामने आई हैं- ब्लास्ट, ग्रेनेड अटैक और बिजली गिरना। जिस जगह पर हादसा हुआ है, वहां भारी बारिश भी हो रही है। सेना सभी एंगल की जांच कराएगी।
जहां हादसा हुआ, वो इलाका पुंछ से 90 किलोमीटर दूर है। सेना के ट्रक में आग लगने की जानकारी मिलते हुए स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और आग पर काबू करने का प्रयास किया।
इसी साल 11 जनवरी को जम्मू और कश्मीर के कुपवाड़ा के माछिल सेक्टर में सेना का अफसर और 2 जवान शहीद हो गए थे। ये तीनों भारतीय सेना की चिनार कॉर्प्स के सैनिक थे। एक JCO (जूनियर कमीशंड ऑफिसर) और 2 OR (अन्य रैंक) का ये दल रेगुलर ऑपरेशन के लिए निकला था। बर्फ के कारण उनकी गाड़ी फिसलकर गहरी खाई में गिर गई थी। मरने वालों के नाम नायब सूबेदार पुरुषोत्तम कुमार, हवलदार अमरीक सिंह और सिपाही अमित शर्मा थे।
पिछले साल दिसंबर में गई थी 16 जवानों की जान
पिछले साल दिसंबर में सिक्किम के जेमा में आर्मी का ट्रक खाई में गिर गया था, इसमें 16 जवान शहीद हो गए थे। आर्मी की दो वैन और थी। तीनों वाहन चटन से थंगू के लिए निकले थे। रास्ते में ट्रक एक मोड़ पर फिसलकर खाई में जा गिरा। इस हादसे में 4 जवान गंभीर रूप से घायल हुए थे, जिन्हें बाद में एयरलिफ्ट किया गया था।
नवंबर में माछिल में हुआ था हादसा
पिछले साल नवंबर में भी कुपवाड़ा के माछिल इलाके में 3 जवान हिमस्खलन की चपेट में आ गए थे। 2 जवानों को बर्फ के नीचे से सुरक्षित निकाला गया था। जब हादसा हुआ तब 56 राष्ट्रीय रायफल्स के पांच जवान रूटीन गश्त पर थे। हादसे की जानकारी मिलते ही रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया, लेकिन जब तक जवानों को निकाला गया, तब तक 3 की मौत हो चुकी थी।