रांची,बेड़ोः जिला में मांडर थाना क्षेत्र के कुन कानीजाड़ी गांव के सेना के जवान प्रदीप किस्पोट्टा का अंतिम संस्कर राजकीय सम्मान के साथ किया गया. शुक्रवार को रांची में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गयी थी. बत्तीस वर्षीय प्रदीप सेना मे हवलदार के पद पर पंजाब के पठानकोट में तैनात थे. वर्ष 2001 में प्रदीप ने आर्मी की नौकरी ज्वाइन की थी.
प्रदीप किस्पोट्टा पिछले कुछ महीनों से किडनी की समस्या से जूझ रहे थे और इसी कारण से उन्होंने ड्यूटी से छुट्टी ले रखी थी. उनका इलाज नामकुम स्थित मिलिट्री हॉस्पिटल में चल रहा था, जहां काफी खराब स्थिति होने के कारण शुक्रवार शाम को उनकी मौत हो गयी. शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद नामकुम स्थित सेना की छावनी में गार्ड ऑफ ऑनर देने के बाद सेना के वाहन से उनके शव को कानीजाड़ी स्थित उनके पैतृक गांव लाया ग,या जहां विधि-विधान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया.
प्रदीप की प्राइमरी शिक्षा संत जॉन उच्च विद्यालय नावाटांड़ से प्राप्त करने के बाद सेना में बहाल हुए थे. प्रदीप के एक भाई का दस साल पहले सड़क हादसे में मौत हो गयी थी. उसके बाद से प्रदीप अपने माता-पिता और अपनी पत्नी और एक बेटा और एक बेटी का खर्च खुद उठा रहे थे. उनके बेटे की उम्र लगभग तेरह वर्ष और बेटी चार साल की है. प्रदीप की मौत से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.
अंतिम संस्कार में पहुंचे विधायक बंधु तिर्की
घटना की जानकारी मिलने पर विधायक बंधु तिर्की भी गांव पहुंचे और परिजनों को सांत्वना दी. साथ ही जवान प्रदीप की अंतिम यात्रा में शामिल हुए. उनके अंतिम संस्कार में विधायक के साथ-साथ गांव से भी भारी संख्या में लोग पहुंचे. उन्हें दफनाने से पूर्व सेना के जवानों की ओर से सलामी भी दी गयी.