नायपीडॉ: म्यांमार के एक स्कूल में सेना के हेलीकॉप्टरों की गोलीबारी में सात बच्चों सहित कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई, जबकि 17 अन्य घायल हो गए. मीडिया रिपोर्टों में निवासियों के हवाले से ये खबर दी गयी. टीआरटी वर्ल्ड ने सेना के हवाला से कहा इमारत का इस्तेमाल विद्रोहियों द्वारा किया जा रहा था.
टीआरटी वर्ल्ड के मुताबिक यह घटना शुक्रवार को मध्य सगाइंग क्षेत्र के लेट यॉट कोन गांव में हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि सेना के हेलीकॉप्टरों ने गांव के एक बौद्ध मठ में स्थित स्कूल पर गोलीबारी की थी. टीआरटी वर्ल्ड के अनुसार, कुछ बच्चों की गोली लगने से मौके पर ही मौत हो गई, जबकि अन्य की गांव में सैनिकों के घुसने से मौत हो गई.
दो निवासियों का हवाला देते हुए, टीआरटी वर्ल्ड ने बताया कि बाद में सेना द्वारा शवों को 11 किलोमीटर दूर एक बस्ती में ले जाया गया और दफनाया गया. 1 फरवरी 2020 को तख्तापलट के बाद म्यांमार की सैन्य सरकार ने देश पर नियंत्रण कर लिया. म्यांमार की सरकार ने सैन्य शासन का विरोध करने वालों को दबाने के लिए एक राष्ट्रव्यापी कार्रवाई की है.
ह्यूमन राइट्स वॉच ने आरोप लगाया कि सामूहिक हत्याएं, यातनाएं, मनमानी गिरफ्तारी और नागरिकों पर अंधाधुंध हमले सहित जुंटा की व्यवस्थित और व्यापक गालियां मानवता और युद्ध अपराधों के खिलाफ अपराध हैं. असिस्टेंस एसोसिएशन फॉर पॉलिटिकल प्रिजनर्स के अनुसार, फरवरी में तख्तापलट के बाद से, सुरक्षा बलों ने कम से कम 1,600 लोगों को मार डाला है और 12,000 से अधिक को हिरासत में लिया है.