रांची : रांची के निजी स्कूलों की मनमानी एक बार फिर से शुरू हो गई है। झारखंड सरकार के नियमों को किनारे रख राजधानी के स्कूल खुलने लगे हैं। रांची के मूरी स्थिति उर्सुलाइन इंग्लिश मीडियम स्कूल में सोमवार को नर्सरी से लेकर आठवीं तक के बच्चों स्कूल बुलाया गया। नियमित समय तक यहां ऑफलाइन माध्यम से बच्चों की पढ़ाई हुई। इस दौरान न केवल सरकार के आदेशों की धज्जियां उड़ाई गई बल्कि कोरोना के दिशानिर्देशों का भी पालन नहीं किया गया है । ज्यादातर बच्चे बिना मास्क के स्कूल पहुंचे थे। स्कूल प्रबंधन की तरफ से सोशल डिस्टेंसिंग की कोई व्यवस्था नहीं की गई थी। इतना ही नहीं जिन स्कूल कैब में भी ठूंस कर बच्चों को स्कूल लाया गया था।
BDO ने कहा- BEEO को दी गई है जानकारी, होगी कार्रवाई
वहीं इस संबंध पूछे जाने पर प्रखंड विकास पदाधिकारी(BDO) पावन आशीष लकड़ा ने कहा कि यह सरकार के आदेश का उल्लंघन है। आज उर्सुलाइन स्कुल में अध्ययन को लेकर प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी (BEEO) को संज्ञान में दे दी गई है। स्कूल संचालक के विरुद्ध आपदा प्रबंधन नियमों के उलंघन अधिनियम के सुसंगत धाराओं के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। स्कूल की प्रिंसिपल सिस्टर एवा ने बताया कि लिखने की प्रैक्टिस के लिए बच्चों को स्कूल बुलाया गया था। ताकि उनके एनुअल एग्जाम की तैयारी हो सके।गार्जियन के कंसेंट से बच्चों को स्कूल आने का सर्कुलर भेजा गया था। शिक्षा विभाग से मिले निर्देश के बाद एक बार फिर से स्कूलों को बंद कर दिया गया है।
क्या है नियम
रांची समेत 7 जिलों में 9वीं से ऊपर के शिक्षण संस्थान खोलने के आदेश दिए गए हैं। कोरोना के एक्टिव केस के मद्देनजर यहां आठवीं तक के स्कूल अभी भी बंद है। इसके साथ ही जहां स्कूल खोले जा रहे हैं वहां सेनिटाइजेशन, मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का भी ख्याल रखने के निर्देश दिए गए हैं।