हजारीबाग: नवरात्र के बीतने के साथ ही विजयादशमी यानी दशहरा की तिथि आ चुकी है. मंगलवार को हजारीबाग के लगभग सभी पूजा पंडालों से विसर्जन किया जाने की उम्मीद जताई जा रही है. वहीं जिला प्रशासन विसर्जन को लेकर अपनी व्यापक तैयारी कर चुकी है. हजारीबाग की उपयुक्त नैंसी सहाय ने पूजा आयोजकों से विशेष रूप से अपील की है कि एनजीटी की गाइडलाइन का पालन करते हुए नदी एवं तालाबो को दूषित न करते हुए नगर निगम हजारीबाग की ओर से विसर्जन के लिए तालाबों के बगल में बनाए गए विशेष विसर्जन स्थल यान गड्ढे में मूर्ति का विसर्जन करें और इको फ्रेंडली बने. जिला प्रशासन ने इसे दबाव न कहते हुए अपील की संज्ञा दी है.
सुरक्षा के व्यापक इंतेजाम, बाहर से भी पुलिस बल बुलाए गए
बता दें की एनजीटी की गाइडलाइन के अनुसार सभी नदी तालाबों को स्वच्छ रहने चाहिए लेकिन हजारीबाग का सम्मान हजारीबाग की धरोहर विशालकाय झील इन दोनों जलकुंभियों के कारण काफी गंदा दिख रहा है. इस पर आपकी नजर जाएगी तो आपको भी जिला प्रशासन का अपील हास्यपद लगेगा. हजारीबाग पुलिस एवं जिला प्रशासन ने विसर्जन को लेकर सुरक्षा के भी व्यापक इंतेजामात कर रखे हैं. किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए बाहर से भी पुलिस बल बुलाए गए हैं. बता दें की पूरे हजारीबाग में लगभग 3000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है.
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