देवघर: विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिलने से नाराज भाजपा के वरिष्ठ नेता सह पूर्व मंत्री राज पलिवार को संगठन में बड़ी जिम्मेदारी की गई है. उन्हें देवघर, सारठ और जरमुंडी विधानसभा का समन्वयक बनाया गया है. इस संबंध में भाजपा के प्रदेश महामंत्री सह राज्यसभा सांसद आदित्य साहू ने राज की नियुक्ति संबंधी पत्र जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के निर्देश पर विधानसभा चुनाव-2024 के दृष्टिकोण से राज पलिवार को तीनों विधानसभा का समन्वयक मनोनित किया गया है. देवघर, सारठ और जरमुंडी में भाजपा प्रत्याशी की जीत को लेकर समन्वयक रणनीति बनाकर काम करेंगे.

बागी राज को मनाने पहुंचे थे लक्ष्मीकांत बाजपेयी

मधुपुर से टिकट नहीं मिलने से नाराज राज पलिवार भाजपा के खिलाफ बगाबत पर उतर आए थे. उन्होंने मधुपुर से चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी थी और नामांकन फ ॉर्म भी खरीद लिया था. साथ ही भाजपा आलाकमान को सोचने के लिए दो दिनों को अल्टीमेटम भी दिया था. इस बीच भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह संगठन के झारखंड प्रभारी लक्ष्मीकांत बाजपेयी और भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष सह संताल परगना प्रभारी बाल मुकुंद सहाय नाराज राज को मनाने उनके घर पहुंचे थे. राज से वार्ता के बाद लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने संकेत दे दिया था कि इसका रास्ता निकलेगा और राज पलिवार की कठिनाइयां दूर होगी. अलबत्ता राज पलिवार मधुपुर सीट से ख़ड़ा नहीं हुए.

नाराज राज ने सोशल मीडिया पर बयां की थी पीड़ा

तीसरी बार भाजपा ने मधुपुर से राज पलिवार का टिकट काटने पर सोशल मीडिया पर उन्होंने अपनी पीड़ा बयां की थी. राज ने लिखा था-झारखंड भाजपा को मधुपुर में उस कार्यकर्ता को टिकट देना चाहिए था, जिसने सालों से बिना किसी स्वार्थ के अपने खून-पसीने से पार्टी को सींचा है. यह बेहद दुखद है कि ऐसे समर्पित कार्यकर्ता की जगह एक धनवान व्यक्ति को चुना गया. टिकट न मिलने का व्यक्तिगत दर्द उतना नहीं, जितना यह देखकर पीड़ा होती है कि जिसने पार्टी के लिए सब कुछ त्याग दिया, उसे आज इस कदर नजरअंदाज किया गया. यह वास्तव में पार्टी के उस जमीनी कार्यकर्ता के लिए एक करारी चोट है, जो केवल सम्मान और पहचान का हकदार था. इसके बाद राज पलिवार ने अपने सर्मथकों के साथ बैठक मधुपुर में बैठक कर पार्टी को दो दिनों का अल्टीमेटम दिया था.

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