बोकारो: जिला परिषद कार्यालय स्थित नव निर्मित कांफ्रेंस हाल में शनिवार को एनीमिया मुक्त भारत योजना के तहत एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसकी अध्यक्षता उपायुक्त कुलदीप चौधरी ने किया. मौके पर उप विकास आयुक्त कीर्तीश्री जी., जिला समाज कल्याण पदाधिकारी मेनका, जिला योजना पदाधिकारी राज शर्मा, उमंग फाउंडेशन के संजय झा, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी अविनाश कुमार, नोडल पदाधिकारी पंकज दूबे, कार्यपालक अभियंता हरी प्रसाद, पीरामल फाउंडेशन के प्रोग्राम लीडर बसंत आदि उपस्थित थे.
मौके पर उपायुक्त कुलदीप चौधरी ने अपने संबोधन में कहा कि महिला एवं बाल विकास एवं समाज कल्याण विभाग प्रशासनिक दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण इकाई है. पंचायत स्तर तक योजनाओं को क्रियान्वित करने, योजनाओं का लाभ लोगों तक पहुंचाने में आंगनबाड़ी केंद्रों सेविका सहायिका, महिला सुपरवाइजर एवं सीडीपीओ की अहम भूमिका है. उन्होंने ग्रामीण महिलाओं को एनीमिया के प्रति जागरूक करने को कहा. साथ ही बताया कि जीवन शैली में कौन से परिवर्तन करने होंगे, क्या सेवन करने से एनीमिया की बीमारी समाप्त होगी. सरकार द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों में पोषण वाटिका, मनरेगा के तहत दीदी बगिया आदि लगाया गया है. इसी तरह, किशोरियों को जरूरी होने पर आयरन टेबलेट खाने आदि के संबंध में जानकारी दी. उन्होंने आने वाले छह माह, साल भर में बोकारो को लक्ष्य अनुरूप एनीमिया मुक्त बनाने के लिए सभी को मिलकर काम करने को कहा.
वहीं उपायुक्त कुलदीप चौधरी ने नव चयनित सभी दस सेविका – सहायिकाओं को शुभकामनाएं दी. अपने दायित्वों का ईमानदारी से निर्वाहन करने, अपेक्षा अनुरूप कर्तव्यनिष्ठा के साथ कार्य निष्पादित करने को कहा. उन्होंने आनलाइन पोर्टल माध्यम से सेविका सहायिका चयन प्रक्रिया को लेकर उप विकास आयुक्त की प्रशंसा की. इससे पहले क्रमवार सभी नव चयनितों को डीसी एवं डीडीसी द्वारा चयन पत्र सौंपा गया. मौके पर उप विकास आयुक्त (डीडीसी) कीर्तीश्री जी. ने अपने संबोधन में आंगनबाड़ी केंद्रों के गठन, कार्य, पोषण ट्रैकर एप, एनीमिया मुक्त भारत अभियान के तहत केंद्रों को उपलब्ध कराएं जाने वाले आधारभूत कीट के संबंध में विस्तार से बताया. वहीं, उगम फाउंडेशन के सहयोग से आंगनबाड़ी केंद्रों में अध्ययनरत शून्य से 06 वर्ष के बच्चों को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा मुहैया कराने को लेकर सभी सेविका-सहायिका को प्रशिक्षण दिया गया है. बताया कि आंगनबाड़ी केंद्रों में बेहतर शैक्षणिक माहौल स्थापित हो इसके लिए निजी भवनों में संचालित केंद्रों को सरकारी अपने भवनों में स्थानांतरित किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि जिला खनन फाउंडेशन ट्रस्ट के माध्यम से 223 आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण की स्वीकृति दी गई है. वहीं, आने वाले दिनो में 250 और आंगनबाड़ी केंद्रों को डीएमएफटी के तहत स्वीकृत किया जाएगा.
समाज कल्याण विभाग द्वारा बोकारो को पायलेट प्रोजेक्ट के तहत आनलाइन पोर्टल माध्यम से सेविका सहायिका चयन की अनुमति मिली थी. पोर्टल के माध्यम से ही इस बार आवेदन प्राप्त करने एवं चयन प्रक्रिया पूर्ण कर दस सेविका सहायिका का चयन किया गया है. उन्होंने नव चयनित सभी सेविका – सहायिकाओं को अच्छे से काम करने एवं आंगनबाड़ी केंद्रों पोषक क्षेत्र के बच्चों को स्वास्थ्य,खुश एवं शिक्षित बनाने में अपना योगदान देने की बात कहीं. मौके पर जिला समाज कल्याण पदाधिकारी मेनका ने भी अपनी बात रखी और सीडीपीओ, महिला पर्वेक्षिका,सेविका – सहायिका आदि को संबोधित किया. इस अवसर पर बेहतर कार्य करने वाले पदाधिकारी कर्मियों को डीसी एवं डीडीसी द्वारा प्रशस्ति पत्र वितरित किया गया. डीसी, डीडीसी द्वारा समाज कल्याण पदाधिकारी मेनका, जिला योजना पदाधिकारी राज शर्मा, पिरामल फाउंडेशन के डीपीएल बसंत कुमार, डाटा इंट्री आपरेटर मनोज कुमार आदि को प्रशस्ति पत्र दिया गया.