गिरिडीह: पति-पत्नी की लड़ाई में पांच साल के बच्चे की अपहरण की योजना बना डाला. आरोपियों ने बच्चे को अगवा भी कर लिया था. लेकिन, ऐन वक्त पर भीड़ ने घेर लिया. जिससे बच्चे को स्थानीय लोगों ने सकुशल बरामद कर लिया और बच्चे के पिता समेत अन्य लोगों की जमकर धुनाई कर दी. मामला गिरिडीह जिला के पचंबा थाना का है. सुबह सुबह पचंबा थाना की पुलिस मौके पर पहुंच कर भीड़ से सभी आरोपियों को अपने कब्जे में ली.
बच्चे को स्कूल जाते समय पिता ने किया अपहरण की कोशिश
पुलिस के अनुसार कल्याणडीह निवासी उत्तम कुमार विश्वकर्मा अपने पुत्र और पड़ोस में रहने वाली रिमझिम सावन के पांच वर्ष के बच्चे देवेश कुमार को स्कूल छोड़ने बाइक से जा रहे थे. इसी दौरान बीच रास्ते में देवेश कुमार के पिता धनंजय कुमार मंडल कार से पीछे से पहुंचे. कार में बैठे तीन लोग निकले और बाइक पर बैठे दोनों बच्चे को जबरन कार में बैठाने लगे. तभी देवेश कुमार के पिता धनंजय ने उत्तम कुमार के पुत्र को छोड़कर देवेश कुमार को कार में बैठाने को कहा. इस पर तीनों व्यक्ति देवेश को कार में बैठाकर भागने लगे. इसी दौरान बच्चे की अपहरण की सूचना इलाके में आग की तरह फैल गयी. फिर स्थानीय लोगों ने कार को कोवाड़ मोड़ के पास घेर लिया. भीड़ को देख कार में बैठे तीनों लोग मौका देख भाग गए. जबकि, देवेश के पिता धनंजय कुमार मंडल को स्थानीय लोगों ने पकड़ लिया. इसके बाद स्थानीय लोगों ने धनंजय मंडल की जमकर धुनाई कर दी. फिर सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी को कब्जे में लेकर थाना आयी.
क्या बोले अपह्त देवेश के माता-पिता
पुलिस के समक्ष पूछताछ में देवेश कुमार के पिजा धनंजय कुमार मंडल ने कहा वर्ष 2014 में उनकी शादी कल्याणडीह निवासी प्रेमचंद्र राउत की पुत्री रिमझिम से हुई थी. शादी के बाद पुत्र हुआ और वर्ष 2020 से रिमझिम अपने मायके में रहने लगी. पुत्र मोह के कारण बिहार से गिरिडीह आया था और अपने बच्चे को साथ ले जा रहा था. लेकिन, लोगों ने अपहरण की बात समझ लिया. इधर, देवेश की मां रिमझिम ने कहा कि शादी के बाद से पति हमेशा मारपीट करता था. इस कारण थाना में पति के खिलाफ केस की. पूरा मामला फैमली कोर्ट में चल रहा है.
ये भी पढ़ें: साला की हत्या करने से पूर्व बहनोई समेत तीन गिरफ्तार, तीनों पूर्व में जा चुके हैं जेल