बोकारो: भाजपा विधायक बिरंची नारायण को अपने विधानसभा क्षेत्र में वोटरों की भारी नाराजगी का सामना करना पड़ा है. चास में स्कूल भवन का शिलान्यास करने पहुंचे विधायक को ग्रामीणों ने खदेड़ दिया. विधायक बिरंची नारायण बिना शिलान्यास किए ही बैरंग गांव से लौट गए. हालांकि इस दौरान विधायक ने ग्रामीणों को समझाने का भरपूर प्रयास किया. लेकिन इसका ग्रामीण पर कोई असर नहीं दिखा.
बता दें कि मंगलवार को बीजेपी विधायक बिरंची नारायण स्कूल भवन का शिलान्यास करने चास पहुंचे थे, जहां मौजूद ग्रामीणों ने उनका जमकर विरोध किया. विरोध का हाल ये था कि विधायक के सामने ही ग्रामीणों ने उनका पुतला जला दिया. ग्रामीण झारखंडी एकता जिंदाबाद के नारे लगाते हुए विधायक को गांव से बाहर जाने को कहते रहे. भारी विरोध और फजीहत के बाद विधायक को गांव से बिना शिलान्यास किए ही लौटना पड़ा. ग्रामीणों का कहना था कि विधायक पिछले चार साल में गांव का हाल जानने नहीं आए, अब जब इसी साल चुनाव होना है तो गांव का दौरा कर रहे है, स्कूल का शिलान्यास कर रहे है.
पूरा मामला चास प्रखंड के सोनाबाद गांव का है. जहां विधायक का भारी विरोध हुआ. बता दें कि यह गांव झारखंड और बंगाल के बॉडर पर है और काफी पिछड़ा माना जाता है. ज्ञात हो कि बोकारो विधायक बिरंची नारायण का ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार विरोध होता रहा है.
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